रायगढ़। रायगढ़ को प्रदेश का उद्योगों का जिला कहा जाता हैं, यहां छोटे बड़े कई बड़ी उद्योग स्थापित है, प्रदेश भर में रायगढ़ की पहचान उद्योग से भी होती हैं, कई वर्षो पहले यहां उद्योग आए और फिर आते ही गए। एक समय में यहां हर दो वर्ष पांच वर्ष में लगातार उद्योग स्थापित होते गए।
अब रायगढ़ जिला में बहुत अधिक उद्योग स्थापित हो चुके है ऐसे में अब फिर से नए उद्योग एवं उद्योगों का विस्तार से पूरे जिले भयावह स्थिति उत्पन्न होती जा रही है। बढ़ते उद्योगों से पहले ही रायगढ़ जिले में पर्यावरण पूरी तरह प्रदूषित हो चुका है, साँस लेने के लिए स्वस्थ हवा तक नसीब नही हो पा रही है, जो कि लगातार प्रदूषण मानक यंत्रो के माध्यम से पता चलता है, आम जन प्रदूषित हवा धूल डस्ट की वजह से कई अनेक बीमारियों से ग्रषित हो रहे है, जल दूषित हो रहे है, और सडक़ो पर भारी वाहन का दवाब निरंतर बढ़ रहा है जिससे कि लगातार दुर्घटनाओं से मौते हो रही है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आते ही डबल इंजन की सरकार बिना कोई लेट लतीफी किये अब रायगढ़ में उद्योगों के विस्तार में तत्कालिक रुचि दिखाई है, जो कि आम जनता के भावनाओ के खिलाफ है। हाल ही में रायगढ़ जिला के कुछ उद्योगों का विस्तार करने की बात जोरो से चर्चा में है कहा जा रहा है कि गुपचुप तरीके से कुछ उद्योग अपने उद्योग के विस्तार को लेकर जनसुनवाई करने वाले हैं, अब इसकी भनक मीडिया और उसके साथ – साथ नेताओं को भी हो गई है, चूंकि प्रदेश में हाल ही में कुछ ही महीने पहले भाजपा की सरकार बनी है और अब कांग्रेस यहां विपक्ष के रोल में हैं, ऐसे में रायगढ़ जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष आशीष जायसवाल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जिनका रायगढ़ खुद की लोकसभा है,और गृह जिले से वित्त और पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी पर तंज कसते हुए कहा कि ओपी चौधरी जी जो स्वंय पर्यावरण मंत्री भी है और उन्ही के गृह जिले में उद्योगों का विस्तार हो रहा है जिसका विरोध भी आस- पास के ग्राम वासी कर रहे हैं लेकिन विष्णु साय को मुख्यमंत्री बनने के बाद और ओपी चौधरी को चुनाव जीतने के बाद जनता की नही बल्कि अब उद्योगों और उद्योगपतियों से लगाव झलक रहा है, शायद इसी कारण वे कुछ ही दिनों में होने जा रहे उद्योग विस्तार की खबर सुनकर भी चुप्पी साधे हुए बैठे हैं, युवा कांग्रेस अध्यक्ष आशीष जायसवाल ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेताओ और उनकी केंद्र व राज्य सरकार दोनों लक्ष्य केवल और केवल उद्योगों और उद्योगपतियों को आगे बढ़ाना है।