रायगढ़। शनिवार की रात केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड में दो युवक संदिग्ध हालत में घुमते नजर आए, जिसे कोतवाली पुलिस ने पकडकऱ जांच किया तो उनके कब्जे से एक देशी पिस्टल, दो नग जिंदा कारतूस और 4 किलो 625 ग्राम गांजा बरामद हुआ है। दोनों आरोपी मजदूरी के काम के आड़ में गांजा तस्करी का काम करते थे।
इस संबंध में मिली जानकारी के जानकारी के अनुसार शनिवार को कोतवाली थाना प्रभारी शनिप रात्रे को मुखबीर से सूचना मिली कि तुरीपारा दर्राडीपा निवासी ओमप्रकाश जांगड़े और उसका साथी गोविंद भट्ट संदिग्ध हालत में केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड में घुम रहे हैं। साथ ही संदेह है कि उनके पास गांजा भी है। जिससे पुलिस इन दोनों संदेहियों पर नजर बनाई हुई थी। इस शाम करीब 6 बजे दोनों संदेहियों को दो प्लास्टिक बोरी में कुछ सामान के साथ केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड में देखा गया। जिससे पुलिस टीम ने केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय के सभी मार्ग पर घेराबंदी कर अंदर रेड कार्रवाई किया। इस दौरान संदेही युवक ओमप्रकाश जांगड़े उर्फ अन्नु और गोविंद भट्ट को पकडकऱ उनके पास रखे सामान की तलाशी ली गई। जिससे ओम प्रकाश जांगड़े के पास रखे प्लास्टिक बोरी में तीन पन्नी पैकेट मादक पदार्थ, एक पिस्टल और गोविंद के पास से दो पैकेट गांजा और दो जिंदा कारतूस मिला। जिससे दोनों आरोपियों को कोतवाली थाना लाकर पूछताछ किया तो पता चला कि आरोपी ओम प्रकाश जांगड़े उर्फ अन्नु पिता पारस राम जांगडे् (33 वर्ष) निवासी परसाडीह थाना जैजेपुर जिला सक्ती का निवासी है तथा वर्तमान में रायगढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र के तुरीपारा दर्राडीपा में रहता था। वहीं गोविंद भट्ट पिता झाडूराम भट्ट (27 वर्ष) कोतवाली थाना क्षेत्र के इंदिरानगर देवारपारा का रहने वाला है। दोनों साथ में मजदूरी काम के आड़ में गांजा तस्करी करते थे। वहीं पुलिस ने गांजा की तौल किया तो कुल 4 किलो 625 ग्राम गांजा कीमती 70000 रुपए तथा एक स्टील बॉडी पिस्टल और 02 जिंदा कारतूस बरामद हुआ। जिससे आरोपियों के खिलाफ 20 (बी) एनडीपीएस एक्ट एवं धारा 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई किया है।
चपले डकैती कांड में शामिल था आरोपी
इस संंबंध में पुलिस ने बताया कि आरोपी ओमप्रकाश जांगड़े वर्ष 2004-05 में खरसिया थाना क्षेत्र के चपले डकैती कांड में शामिल था। जिसे खरसिया पुलिस चालान की है। इसके बाद से ही आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था। वहीं आरोपी ने बताया कि उसने उड़ीसा डकैती गैंग के चिंया से संपर्क कर पिस्टल लिया था और गांजा तस्करी करने के लिए गोविंद भट्ट को शामिल किया और लगातार गांजा की तस्करी कर रहा था। ऐसे में शनिवार को दोनों बस का इंतजार कर रहे थे, जो आगे जाकर कहीं गांजा को अन्य पार्टी को डिलिीवरी का प्लान बनाए थे।
इनकी रही अहम भूमिका
मुखबीर से सूचना मिलने के बाद एसएसपी सदानंद कुमार के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी संजय महादेवा के मार्गदर्शन में कोतवाली थाना निरीक्षक शनिप रात्रे, उप निरीक्षक दिनेश बोहिदार, सहायक उप निरीक्षक इगेश्वर यादव, प्रधान आरक्षक श्रीराम साहू, महिला प्रधान आरक्षक अरुणा चौरसिया, आरक्षक जगमोहन ओग्रे, उत्तम सारथी और धनीराम सिदार की अहम भूमिका रही।