धरमजयगढ़। जिले के खरसियां थाना क्षेत्र के जोबी चौकी क्षेत्र अंतर्गत एक नाबालिग आदिवासी छात्रा का संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने के मामले में कई अनसुलझे सवाल अब भी बरकरार हैं। मृतिका धरमजयगढ़ ब्लॉक अंतर्गत एक कन्या छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रही थी। जानकारी के मुताबिक बीते 3 तारीख को परिजनों के द्वारा छात्रा को हॉस्टल में पहुंचाया गया। जिसके करीब 3-4 दिन बाद छात्रा का शव जिले के खरसियां थाना क्षेत्र के काफरमार इलाके में मिला। इन सब के बीच मृतक छात्रा के परिजनों की ओर से हॉस्टल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है और पीडि़ता के साथ सामुहिक अनाचार होने की आशंका जताई है। इसके अलावा उन्होंने इस मामले में पुलिस पर कथित आरोपी पर ठोस कार्रवाई नहीं करने का संगीन आरोप भी लगाया है।
इस पूरे मामले पर मृतक छात्रा के परिजनों की ओर से सवाल उठाए गए हैं कि हॉस्टल प्रबंधन के द्वारा छात्रा के कथित तौर पर वहां से लापता होने की बात को उनसे छिपाया गया। उन्होंने कहा कि जिन संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला है उससे काफी कुछ स्पष्ट हो जाता है। परिजनों ने जांच में कथित तौर पर देरी होने की बात को लेकर नाराजगी जाहिर की। परिजनों के द्वारा बतौर आरोपी किसी लडक़े का जि़क्र करते हुए उसे बचाए जाने का आरोप लगाया गया है।
इस मामले में जोबी चौकी प्रभारी ने फोन पर बताया कि फिलहाल मामले की जांच खरसियां तहसीलदार कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनकी रिपोर्ट आने के बाद पुलिस द्वारा इस मामले में आगे की आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। इस संवेदनशील मामले पर घटना के इतने दिनों बाद भी कुछ भी स्पष्ट रूप से सामने नहीं आ पाने के कारण मृतक छात्रा के परिजनों की ओर से आक्रोश जताया गया है लेकिन उन्होंने जो आरोप लगाया है वह भी काफी गंभीर हैं। बहरहाल, इस मामले में एक ओर पुलिस को फिलहाल जांच रिपोर्ट का इंतजार है तो दूसरी ओर नाबालिग आदिवासी छात्रा के परिजन भी सरकार से ‘न्याय’ की गुहार लगा रहे हैं।
आदिवासी नाबालिग छात्रा का शव मिलने के मामले में सस्पेंस बरकरार
पुलिस को जांच रिपोर्ट का इंतजार, परिजनों ने लगाई न्याय की गुहार
