रायगढ़। ओजस योग मंदिर के तत्वाधान में आयोजित नि: शुल्क योग शिविर के समापन के दौरान मुख्य अतिथि एमएसपी स्टील जामगांव के सीईओ बी के सिंह ने ओजस योग मंदिर के कार्य को सराहनीय बताते हुए कहा पिछले एक दशक से घर घर योग की जन जागृति लाने की दिशा में ओजस योग मंदिर का कार्य सराहनीय है।
उन्होंने कहा नियमित योग से शरीर में प्राण शक्ति का संचार श होता है निरंतर योग की प्रक्रिया न केवल गंभीर से गंभीर रोग का धीरे धीरे उपचार शुरू करती है बल्कि अन्य रोग को पैदा होने की संभावना को खत्म भी करती है। आशीर्वाद होटल के संचालक आयोजन के विशिष्ठ अतिथि विनोद अग्रवाल ने राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ से जुड़ाव के संस्मरण साझा करते हुए कहा सबल व्यक्ति की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा सकता है। उनकी धर्म पत्नी सहित परिवार नियमित योग करता है। शिविर के अंतिम दिन में 150 लोगो की मौजूदगी रही इस शिविर के कुल 550 लोगो को नि: शुल्क योग का लाभ मिला। शिविर आयोजन से जुड़े प्राचीर अग्रवाल ने योग को चमत्कारिक बताते हुए कहा उन्होंने नियमित योग के जरिए 27 किलो वजन कम किया इसके साथ साथ बंबई में जांच के दौरान पाई गई स्लीप एपनिया की शिकायत के निदान हेतु चिकित्सकों ने आपरेशन को एक मात्र उपाय बताया इसके अलावा सोने के दौरान नियमित रूप से मशीन लगाने की आवश्यकता भी जताई। मोटापे एवम खर्राटे की समस्या से उनका कार्य प्रभावित हो रहा था ।श्रेया अग्रवाल के मार्गदर्शन में एक एक घंटा सुबह शाम नियमित योग,हफ्ते में एक दिन रस के उपवास के साथ दैनिक दिनचर्या में तेल,शक्कर मैदा जंक फूड के सेवन का त्याग किया। जौ ,बाजरे, फाइबर युक्त सब्जीयो के सेवन से मोटापा कम किया। सबसे बड़ी बात यह है कि इस प्रक्रिया से आत्मविश्वास एवम धैर्य की शक्ति भी बढ़ी। शिविर समापन पर ओजस योग मंदिर की संचालिका श्रेया अग्रवाल ने विद्याथियो के निरंतर योग को मस्तिष्क और हृदय को शक्तिशाली, बलवान बनाने के लिए सबसे अधिक आवश्यक एवम उपयोगी। माताये बच्चो की प्रथम चिकित्सक होती है कि बच्चो के लिए घी,दूध, बादाम का तेल,बादाम,अखरोट का सेवन सुनिश्चित करे शरीर निर्माण के लिए ये आवश्यक तत्व है। पौष्टिक चीजों के सेवन से शरीर निर्माण दृढ़ होता है अन्यथा कमजोर शरीर बहुत से रोगों का कारण बन जाता है। वैज्ञानिकों में इस बात को प्रमाणित किया है कि मानव मस्तिष्क का भोजन आक्सीजन है और आज जीवन शैली की वजह से हमारे शरीर में आक्सीजन लेबल प्रभावित हुआ है नियमित योग नही करने वाले लोगो का शरीर नियमित योग साधकों की तुलना में आधा आक्सीजन ग्रहण कर पाता है। आक्सीजन कम होते ही शरीर में रक्त का संचार प्रभावित होता है और रोगों की शुरुवात होती है। आक्सीजन की कमी से रक्त का संचार प्रभावित होता है और कोशिकाओं को सारे आवश्यक विटामिन रक्त प्रवाह से मिलते है चुकी आक्सीजन लेबल कम होने से रक्त प्रवाह बाधित होता है और कोशिकाओं को आवश्यक विटामिन नही मिलता तो उसका असर रोगों के रूप में सामने आता है इसलिए नियमति योग रोग के उपचार की सबसे आवश्यक विधि है। नियमित योग से शरीर में ऑक्सीजन लेबल बढ़ता है और शरीर का एनर्जी लेबल तेजी से बढ़ता है। नियमित व्यायाम, योगाभ्यास बच्चों सहित सभी के हृदय,मस्तिष्क सहित पूरे शरीर को बलवान बनाता हैं। परिक्षा के दौरान बच्चो के तनाव को दूर करने में मददगार भूमिका निभाता है। परिक्षा के पहले अनुलोम विलोम,भ्रामरी,उदगित प्राणायाम का अभ्यास तो परीक्षा के परिणाम में चमत्कारिक असर दिखा सकता है। विद्यार्थी जीवन हो या असल जीवन की परीक्षा यह हमारे अंदर मौजूद वास्तविक प्रतिभा को दिखाने का सशक्त मंच है। परिक्षा में या तो जीत मिलती गई या जो नही जीत पाते उन्हे सिख मिलती है।परिक्षा के दौरान अंदर मौजूद प्रतिभा के बेहतर प्रदर्शन के लिए मस्तिष्क का शांत होना बेहद जरुरी है नियमति योग शक्ति बढ़ाने के साथ साथ शांति भी प्रदान करता है। बच्चो में शक्ति और शांति विकसित करने के लिए जीवन में योग की अनिवार्यता बहुत महत्वपूर्ण है। घर घर योग पहुंचाने के लिए पिता संजय अग्रवाल के प्रेरणा व मार्गदर्शन को नमन करते हुए श्रेया ने कहा हर माता पिता को उनकी तरह नियमित योग के लिए अडिग रहना चाहिए।ओजस योग मंदिर के कार्यों को सफल बनाने में शहर वासियों का योगदान है। ओजस योग मंदिर के योग प्रशिक्षक करण,लता,विद्या छाया, चाँदनी, निकिता, सुष्मिता ,भावना, कंचन, आशीष, मोहिनी,कशिश, काजल, रश्मि, पायल, अर्पणा, सुमन, आस्था, सोनाली, यशोदा, नीलम सहित सभी सेवा देने वाले साथियों के सहयोग के लिए भी आभार व्यक्त किया।