रायगढ़। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनुसार शिक्षा का लक्ष्य है- ‘ज्ञान के प्रति समर्पण की भावना और निरंतर सीखते रहने की प्रवृत्ति।’ इसी वाक्यांश को संपूर्णता देते हुए दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल रायगढ़ के कक्षा छठवीं से दसवीं तक के छात्रों ने संसदीय कार्यवाही का मंचन श्रीमती सुजीता पाणिकर (सामाजिक विज्ञान अध्यापिका ) के मार्गदर्शन में किया। उन्होंने दिखाया कि कैसे संसद सदस्य मुद्दों पर चर्चा करते हैं, विधेयकों को मतदान द्वारा पारित किया जाता है और संसद के ऊपरी और निचले सदनों के अन्य कार्यात्मक पहलुओं पर चर्चा की जाती है। युवा संसद का उद्देश्य लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करना, अनुशासन की स्वस्थ आदत विकसित करना और छात्रों को संसद की कार्यप्रणाली को समझने में सक्षम बनाना था। लगभग 25 छात्रों ने भाग लिया और एक वास्तविक संसद का स्वरूप तैयार किया।
छात्रों ने नए सदस्यों द्वारा शपथ, प्रधान मंत्री द्वारा नए मंत्रियों का परिचय, प्रश्नकाल, सभा पटल पर रखे जाने वाले दस्तावेज़, विशेषाधिकार हनन तथा अंतरराष्ट्रीय संबंध और भारत के विदेश नीति जैसे विषयों में भाग लिया। प्रश्नकाल के दौरान किसान बिल, रेलवे दुर्घटनाएं, शिक्षा नीतियां, अंतरराष्ट्रीय संबंध और भारत की विदेश नीति जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए और चर्चा की गई। विपक्ष के नेता ने किसान कर्ज मुक्ति,रेलवे दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़े तथा शिक्षा की गुणवत्ता पर गिरावट दर्शाते हुए सरकार की आलोचना की7 अंत में प्रधानमंत्री द्वारा वैश्विक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए परस्पर वार्ता और सहयोग की भावना को बल देते हुए अपने राष्ट्र की सुरक्षा, प्रगति और शांति को बनाए रखने का आश्वासन दिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने तथा प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करने के लिए पूर्व विधायक विजय अग्रवाल और विद्यालय की डायरेक्टर श्रीमती अनीता अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे तथा विद्यालय की प्राचार्य महोदया श्रीमती प्रिया सिंह ने विद्यार्थियों को भारतीय संविधान का परिचय देते हुए उनके महत्व को समझाया तथा विजय जी अग्रवाल ने अपने व्यक्तिगत राजनीतिक जीवन तथा राजनीतिक विचारों के संबंध मे प्राचीन राजतन्त्र से लोकतंत्र में परिवर्तित स्वरूप को विद्यार्थियों से साझा किया तथा छात्रों का प्रोत्साहन करते हुए उनके परिश्रम की सराहना की।