रायगढ़। एक महिला डाक्टर ने करीब चार साल पहले मारपीट का आरोप लगाकर ग्रामीण पर खरसिया चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी, जिससे मामला कोर्ट में जाने के बाद पेश से परेशान होकर ग्रामीण ने कीटनाशक का सेवन कर खुदकुशी कर लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार खरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम घाघरा निवासी कृष्ण कुमार राठौर पिता भैयाराम राठौर (41 वर्ष) मानसिक प्रताडऩा से परेशान होकर विगत 18 अक्टूबर को कीटनाशक का सेवन कर लिया था। जिसकी जानकारी होते ही परिजनों ने उसे खरसिया के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डाक्टरेां ने उसे रायगढ़ रेफर कर दिया, जिससे मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया जा रहा था। ऐसे में शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात करीब डेढ़ बजे उसकी मौत हो गई। जिससे शनिवार को सुबह अस्पताल से भेजी गई तहरीर पर चक्रधरनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है।
परिजन लगा रहे आरोप
इस संबंध में मृतक कृष्ण कुमार राठौर के परिजनों ने आरोप लगाया है कि करीब चार साल पहले कृष्ण राठौर को बुखार आने पर उसे खरसिया सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां ड्यूटी पर तैनात एक महिला डाक्टर ने ब्लड जांच के लिए उसके हाथ से ब्लड निकलवाई, इस दौरान नए कर्मचारी होने के कारण हाथ का ब्लड बंद नहीं हुआ और काफी समय तक ब्लड निकलते रहा, ऐसे में मृतक कृष्ण ने कहा कि कैसे ब्लड निकाले हो कि अभी तक ब्लड निकलना बंद नहीं हुआ, इसी बात को लेकर महिला डाक्टर व कृष्ण राठौर के बीच विवाद हो गया, जिससे डाक्टर द्वारा भला-बुरा कहते हुए उसके साथ मारपीट कर उसको अस्पताल से बाहर निकाल दी, जिससे उसने निजी अस्पताल में भर्ती होकर उपचार कराया। साथ ही मृतक ने कहा कि वह इसकी शिकायत करेगा, जिससे महिला डाक्टर ने उससे पहले खुद से मारपीट की शिकायत खरसिया चौकी में दर्ज करा दी, जिससे इसके ऊपर कार्रवाई हुआ और मामला कोर्ट तक पहुंच गया। ऐसे में कृष्णा और उसके परिजन महिला से डाक्टर से कई बार माफी भी मांगी, लेकिन उसने सुलह नहीं कराई, जिससे लगातार कृष्ण को कोर्ट में पेशी के लिए जाना पड़ रहा था। ऐसे में अब इसकी माली हालत ठीक नहीं होने के कारण वकील का फीस भरना भी मुश्किल हो रहा था। जिसके चलते विगत कई माह से डिप्रेशन में रह रहा था और इसी बात को लेकर उसने कीटनाशक का सेवन कर खुदकुशी कर लिया है।
क्या कहती है पुलिस
इस संबंध में खरसिया चौकी प्रभारी का कहना है कि मामला पुराना होने के कारण हमें इसके बारे में कुछ जानकारी नहीं है, अब मर्ग डायरी आने के बाद जांच के उपरांत ही पता चलेगा कि वास्तिविक मामला क्या है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।