जशपुरनगर। जिले के शांत वनांचल को उस समय सनसनी ने घेर लिया जब ऑपरेशन शंखनाथ के तहत सन्ना पुलिस ने गौवंश वध के एक जघन्य मामले का खुलासा करते हुए 5 आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। यह मामला न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को आहत करता है बल्कि राज्य के पशु संरक्षण कानूनों की भी घोर अवहेलना है। ग्रामीणों की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह घिनौना कृत्य सामने आ सका। पुलिस ने न केवल आरोपियों को गिरफ्तार किया बल्कि घटनास्थल से गौमांस के अवशेष भी बरामद किए हैं।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार प्रार्थी दिलीप तुरी उम्र 40 साल निवासी तोरा ने 21. अप्रैल को थाना सन्ना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके घर के आगे गोठान के पास घुईकोना नाला में एक व्यक्ति का गाय 11 बजे के लगभग घायल अवस्था में गिरा पड़ा था, कुछ देर बाद वापस जाकर देखे तो उक्त गाय वहां पर नहीं था। ग्रामीणों से जानकारी मिला कि उक्त घायल गाय को अयुब कुजूर, निलेश एक्का, दिनेश टोप्पो, आकाश उर्फ अवकाश तिर्की एवं रोहित तिर्की द्वारा मिलकर वहीं गोठान के पास घुईकोना नाला में वध कर दिये हैं, भक्षण करने हेतु मांस बना रहे हैं। इसकी सूचना थाना सन्ना को मिलने पर तत्काल मौके जाकर पुलिस द्वारा अयुब कुजूर के कब्जे से झोला में रखे गौ-मांस को जप्त कर उसे अभिरक्षा में लिया गया, साथ ही उसके अन्य साथियों को भी पकडक़र अभिरक्षा में लिया गया।
पूछताछ में उपरोक्त आरोपियों द्वारा भक्षण करने के उद्देष्य से नाला में पड़ी गाय का वध कर मांस बनाना स्वीकार किये हैं। आरोपियों का कृत्य बी.एन.एस. की धारा 325 एवं छ.ग. कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 5, 6, 10 का अपराध घटित करना पाये जाने पर उपरोक्त सभी आरोपियों को 21 अप्रैल को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। गौ मांस की बरामदगी एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी उप निरीक्षक बृजेष यादव, स.उ.नि. वैभव सिंह, प्र.आर. 338 सुमन टोप्पो, आर. अभय चैबे, आर. प्रवीण खलखो, आर. मनोज जांगड़े, आर. विमलेष्वर एक्का, आर. संतोष प्रजापति का योगदान रहा है। मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह ने बताया मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गौ-वंश का वध कर उसका मांस बनाने वाले 05 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, अपने आस-पास इस प्रकार का घटना घटित हो तो तत्काल उसकी सूचना पुलिस को देवें।
घायल गाय को नाले से ले जाकर कर दिया वध
रंगे हाथों पकड़ाए पाचं आरोपी
