सारंगढ़। पत्रकारों के समक्ष अपनी दर्द बयां करते हुए भाजपा नेत्री ममता राजीव सिंह ठाकुर ने कहा कि – मैंने भाजपा पार्टी नहीं छोड़ी है, मेरे साथ षड्यंत्र किया गया। 14 में 8 जपं सदस्यों द्वारा प्रभारी मंत्री व शिवरतन शर्मा जी के समक्ष नाम अध्यक्ष के लिये प्रस्तावित किया गया। फिर भी अध्यक्ष पद का दावा छोड़ चुके,भाजपा कार्यालय एवं जगन्नाथ पूरी से जनपद सदस्यों को भगा ले जाने वाले को उन्होंने प्रत्याशी बनाकर सभी सदस्यों के अभिमत का अपमान किया। सारंगढ़ तीनों मण्डल अध्यक्षों द्वारा संघ कार्यालय रायगढ़, प्रदेश कार्यालय रायपुर में ममता राजीव सिंह का समर्थन किया गया। फिर भी धनबल से मेरा नाम हटाकर जनपद सदस्यों को भगाने वाले का नाम प्रस्तावित किया। बाद में दो जनपद सदस्यों को सौंपा गया। हम पहले भी भाजपा के थे, अब भी भाजपा के हैं और भाजपा के रहेंगे। बाक़ी सभी दिग्गज भाजपाई अपने षड्यंत्र को दबाने के लिए हमे बदनाम कर रहें हैं। पार्टी एवं भैयाजी के विरोध में उल्टा सीधा बयान दे रहें हैं। जिसमें हमारा कहीं भी किसी प्रकार का इन्वॉल्वमेंट नहीं है।
ममता राजीव सिंह ने आगे बताया कि 7 मार्च की रात को दबाव डलवा कर उन के द्वारा सराईपाली में नाम बदलवाया गया। मेरे द्वारा वहाँ प्रभारी मंत्री पवन साय जी से सबके समक्ष स्पीकर ऑन कर चयनित प्रत्याशी का नाम पूछने को कहा, पर उन लोगो ने इंकार कर दिया। जिससे स्पष्ट हो गया कि – ये लोग प्रदेश संगठन व प्रभारी मंत्री द्वारा चयनित उम्मीदवार को बदल कर रुखमनी रामचरण पटेल को आगे करना चाहते हैं। 25 साल बाद सामान्य सीट आया है, इसके बाद फिर 25 साल सामान्य सीट आने में लगेंगे। ये सीट आने में मैंने अंतिम समय तक आप सभी का साथ और सहयोग हाथ जोडक़र निवेदन किया। फिर मैंने ये कदम उठाया, मैं सबको बताकर आप सभी को 13 की बहुमत संख्या में छोडक़र अपना भविष्य मान सम्मान को दांव पर लगाकर आप सभी का साथ माँगा और इस तरफ़ से भी मुझे मत प्राप्त हुआ। अब आप समझ सकते हैं कोई भी इस तरफ़ चुनाव लड़ता उसकी हार निश्चित थी। अब हम सब एक हैं और आप सभी से भी निवेदन करती हूँ कि किसी के बहकावे ना आकर मिलजुल कर प्रेम पूर्वक चलें। ये सब घुमाना फिराना उन लोगों का हमें गुमराह करना था। उनका प्रत्याशी पहले से ही तय था, मैं एवं मेरे पति राजीव सिंह ठाकुर आजीवन भाजपा के थे और रहेंगे सच्चाई बयान करना ज़रूरी था।
मैं भाजपाई था, हूं और रहूंगा मैंने भाजपा नहीं छोड़ी : ममता राजीव सिंह
