रायगढ़। शालीनता का संस्कार उच्च शिक्षा से मिले या फिर सम्पन्नता से मिले यह आवश्यक नही…यह गुण नैसर्गिक भी होता है..मनुष्य के पास विकल्प है कि वह अपनी उपलब्धियों के सहारे अहंकार के आसमां में चढ़ जाए या फिर शालीनता के सहारे समाज के लिए अनुकरणीय मिशाल बन जाये। सुनील लेन्ध्रा की शालीनता समाज के मध्य एक अनुपम मिशाल की तरह मानी जाती है। व्यापारिक गतिविधियों से जुड़ा एक व्यक्ति जमीन से आसमां में पहुंच कर सभी वर्गो में अपनी स्वीकार्यता बनाते हुए समाज के मध्य लोकप्रिय हो जाये इसकी मिशाल कम ही है। दोनो राजनैतिक दलों में भी सुनील की स्वीकार्यता है। दोनों दलों से जुड़े नेताओं से उनका दिल का नाता है..सुनील लेन्ध्रा का व्यक्तित्व आज के उन युवाओ के लिए प्रेरणा दाई बन गया है जो सफलता के लिए जमीन से आसमान तक का सफऱ तय करने की इच्छा रखते है। अपने ईद गिर्द रहने वालो की खुशियों में ही अपने जीवन की वास्तविक खुशी तलाशने वाले सुनील के जीवन का 54 वर्षीय सफर उन लोगो के लिए शोध का विषय है जो तमाम सुख सुविधाओं के बाद भी सुख की तलाश में दुखी रहते है। सुनील ने यह प्रमाणित किया कि सुख किसी वस्तु का नाम नहीं बल्कि जीवन के हर पल अनुभव करने का नाम खुशी है। आपकी सफलता सही मायने में सार्थक तभी मानी जा सकती है जब आपके आस पास रहने वाले लोग आपके संपर्क में आकर प्रसन्नता की अनुभूति करे। आसमान की ऊंचाइयों में उडऩे वाली पतंग जमीन में एक पतली सी डोर से बंधी होती है इसलिए वह ऊंचाइयों में बनी होती है..राजधानी में रहने के बावजूद सुनील लेंध्रा रायगढ़ वासियों से प्रेम की अनुपम डोर से बंधे हुए है। छ:ग के अंतिम छोर में बसे गांव लेन्ध्रा में श्री राधेश्याम अग्रवाल गोमती देवी के घर आंगन में तीसरे संतान के रूप में आज के दिन गूंजी किलकारी प्रदेश स्तर पर राजनैतिक सामाजिक व्यापारिक प्रशासनिक हलकों के मध्य इस तरह स्वीकार्य हो जाएगी किसी ने सोचा भी नही था…प्रदेश स्तर पर उनके चाहने वालो लंबी फेहरिस्त है। राजनीति,समाज या फिर आध्यत्मिक जीवन में .शक्ति व सामर्थ्य सदा वन्दनीय होते है। सामर्थ्य से संग्रहित ज्ञान धन साधन के उचित वितरण ने सुनील लेन्ध्रा को समाज के मध्य पृथक व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया है। आसमान जैसी ऊंचाईयां हासिल करने के बाद धरती में खड़े इंसान को भी सम्मान देने की बेजोड़ कला सुनील लेन्ध्रा के व्यवहारिक जीवन मे शामिल है। जनहित के लिए समर्पित रहने वाला व्यक्ति समाज के लिए वंदनीय होता है। विभिन्न धार्मिक सामाजिक व सेवा कार्यो हेतु उदार हृदय से दान सुनील की भूमिका को समाज के लिए अविस्मरणीय व वंदनीय बनाती है। व्यस्तम व्यापारिक गतिविधियों के बावजूद आचार व्यवहार के दौरान उसूलो सिद्धांतो के ठोस चिंतन के साथ चलने वाले सुनील लेन्ध्रा की शख्सियत उन्हें भीड से अलग व्यक्तित्व के रूप में स्थापित करती है। सुनील का व्यक्तित्व राजनीतिक सामाजिक धार्मिक हलकों सहित सर्वहारा वर्ग में लोकप्रिय होने के अलावा स्वीकार्य भी है। सत्ता हो या विपक्ष दोनों ही दलों से जुड़े राजनीतिज्ञों के मन में सुनील लेंध्रा के प्रति विशेष सम्मान का भाव है। अपनी चिर परिचित मुस्कान ओढ़े सुनील सदैव शुभचिंतकों से घिरे होते हैं। उनका व्यक्तित्व अनुशासन ईमानदारी और सहृदयता की प्रेरणा देता है। सामाजिक मामलों की गुत्थी सुलझाना हो या फिर कारोबारी समझ, सभी मामलों में उनकी विनम्र एवम शालीन समझ का कोई तोड़ नहीं है। प्रदेश के सफलतम युवा उद्यमियों के लिए सुनील भाई मोटिवेशन की चलती फिरती किताब हैं।
गणेश अग्रवाल
लोकप्रियता के आसमान में चमकता एक सितारा : सुनील लेन्ध्रा
54 वे जन्मदिन पर राजनीति सहित धार्मिक सामाजिक संस्थाओं ने दी सुनील को दी आत्मीय बधाई
रायगढ़। शहर के युथ आइकॉन सुनील लेंध्रा के 54 वे जन्मदिन पर आज शहरवासियों का प्यार उमड़ पड़ा। आज सुबह कमला नेहरू पार्क में मॉर्निंग वॉक एसोसिएशन द्वारा आयोजित आयोजन में सुनील शामिल हुए और जन्मदिन पर केक काटा। संस्था से जुड़े पदाधिकारियों ने सुनील को जन्मदिन पर बधाई देते हुए उनके कुशल क्षेम की कामना की । छत्तीस गढ़ सरकार में मंत्री रहे विधायकों प्रदेश स्तर कर भाजपा कांग्रेस से जुड़े मौजूदा विधायकों ने भी सुनील के जन्मदिन कर मोबाइल में बधाई दी। महापौर पूर्व महापौर सभापति पूर्व सभापति ने भी सुनील भाई को जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी। भाजपा कांग्रेस से जुड़े पार्षदों पूर्व पार्षदों सामाजिक व्यापारिक धार्मिक संस्थाओं चेंबर ऑफ कॉमर्स से जुड़े पदाधिकारियों सहित मीडिया से जुड़ी हस्तियों द्वारा सुनील के रायगढ़ स्थित निवास स्थान पर गुलदस्ता भेंट करते हुए जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए उनके सुख शांति की भगवान से कामना की। भाजपा कांग्रेस संगठन पदाधिकारियों द्वारा भी उनके निवास स्थान पर गुलदस्ता भेंट कर शुभकामना दी गई। शहर के मशहूर उद्योगपतियों व्यापारियों ने भी यूथ आइकॉन को जन्मदिन पर बधाई दी। पुलिस महकमों से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों एवं सरकारी महकमे से जुड़े अधिकारियों ने भी सुनील को बधाई प्रेषित की।आज सुनील ने बुजुर्गों की संस्था आशा प्रशामक संस्था के मध्य अपना जन्मदिन मनाया। सुनील ने जन्मदिन पर सभी शुभचिंतकों से मिली बधाईयों के प्रति आभार जताया।
बुजुर्गो की सेवा हेतु सुनील लेंध्रा का योगदान अविस्मरणीय : जस्सी फिलिप्स
बेसहारा बुजुर्गो के मध्य सुनील ने अपना जन्मदिन मनाया
रायगढ़। बेसहारा बुजुर्गो की इस विहंगम सेवा में सुनील लेंध्रा के योगदान को अविस्मरणीय एवं अदभुत बताते हुए आशा प्रशामक देखभाल गृह की संस्थापिका जस्सी फिलिप्स ने कहा रायगढ़ शहर के अभी समाजिक कार्यों में सुनील जी का योगदान रहता है। संस्था के संचालन के पीछे सुनील भाई की अदृश्य शक्ति मै महसूस करती हूं। जन सहयोग से संचालित संस्था घर के निकाले गए बुजुर्गों मानसिक रूप से कमजोर लोगों का पूरी शिद्दत से देख रेख समुचित इलाज सहित बुजुर्गो को कानूनी हक दिलाने का काम करती है। आत्म शक्ति हो तो राह अपने आप आसान हो जाती है।जस्सी फिलिप्स ने कहा ईश्वरीय कार्य में कभी साधनों की कमी आड़े नहीं आती आड़े वक्त में भगवान किसी न किसी को अपना दूत बनाकर भेज देते है।
।संस्था के संचालन में सुनील भैया का योगदान अदभुत है। मीडिया से जुड़े आलोक पांडेय ने सुनील लेंध्रा के जन्मदिन पर मरीजों के लिए एक मेडिकेटेड बिस्तर बुजुर्गो की सेवा हेतु संस्था को समर्पित किया। इस हेतु सुनील लेंध्रा के जन्मदिन का आयोजन आज संस्था में किया गया। बुजुर्गो के साथ जन्मदिन मनाते हुए केक काटा गया और सुनील भाई ने फल वितरण किया । सुनील लेंध्रा ने जस्सी दीदी द्वारा बुजुर्गो की सेवा को नारायण की सेवा बताते हुए कहा व्हील चेयर पर सवार जस्सी दीदी हौसलों की ऐसी मीनार है जिसकी बराबरी नहीं की जा सकती।सुनील ने बेसहारा दिन दुखियों की सेवा को ईश्वर की आराधना बताया। संस्था में आने वाले अब तक 35 बुजुर्गो की समुचित देखरेख सहित इलाज की सुविधा मुहैया कराई गई और उन्हें उनके घर पहुंचाया गया है।इस दौरान शहर के गणमान्य लोगों की मौजूदगी रही।