रायगढ़। रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण का कार्य विगत डेढ़ साल से चल रहा है, लेकिन अभी तक स्टेशन के बाहर की नालियां तक व्यवस्थित नहीं सकी है। जिसके चलते स्टालों का गंदा पानी सडक़ में जमा होने से आने-जाने वाले यात्रियों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही अन्य कार्य भी काफी धिमि गति से होने के कारण स्टेशन के सामने भी समस्या बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण का कार्य विगत डेढ़ साल से चल रहा है, लेकिन अभी तक सिर्फ कार पार्किंग, सायकल स्टैंड व एक वेङ्क्षटंग हाल ही कंपलिट हो पाया है। हालांकि जब सौंदर्यीकरण का काम शुरू हुआ उस समय सबसे पहले नालियों से ही शुरू हुआ था, लेकिन अभी तक नाली का काम पूरा नहीं हो पाया है। जिसके चलते यहां की सडक़ें तो बदहाल हो ही गई है, साथ ही स्टालों से निकलने वाले गंदा पानी भी सडक़ में ही जमा हो रहा है। जिसके चलते स्टेशन आने व जाने वाले लोगों को इस गंदगी से होकर ही जाना-जाना करना पड़ता है। लेकिन संंबंधित ठेकेदार पर न तो लोगों के विरोध का असर होता है और न ही अधिकारियों के निर्देश का, जिसके चलते यहां अन्य स्टेशनों की अपेक्षा काफी धीमी गति से काम चल रहा है। जिसका खामियाजा आमजनों को भुगतना पड़ता है। वहीं निर्माण कार्य के चलते पूर्व में पूरानी नालियों के बंद कर दिया गया है जिसके चलते पानी निकासी नहीं हो पा रहा है, इससे सडक़ में पानी जमा होने से सडक़ तो खराब हो ही रहा है साथ उसका स्मैल काफी परेशान कर रहा है। जिसको लेकर भी आमजन कभी अधिकारियों को कोसते नजर आते हैं तो कभी स्टाल संचालकों को, लेकिन इसके बाद भी कार्य में तेजी नहीं आ रहा है। ऐसे में कब तक नाली का कार्य पूरा होगा, इसी बात का जवाब अधिकारी भी नहीं दे पा रहे हैं। गौरतलब हो कि नाली निर्माण के लिए विगत लंबे समय से रॉ-मटेरियल सडक़ किनारे रखा गया था, जो वाहनों के आने-जाने वह पूरी सडक़ तक फैला हुआ है, इसके साथ ही सडक़ के दूसरे छोर पर जो नाली निर्माण के चलते सडक़ और पतली हो गई है, इसके चलते जब प्लेटफार्म में ट्रेन रूकती है तो एक साथ यात्री जब आते हैं तो जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। जिससे हादसे का भी भय बना रहता है। ऐसे में जब तक नाली निर्माण के साथ सडक़ का निर्माण नहीं होगा, तब तक यहां की समस्या यथावत रहेगी।
लोगों के कपड़े हो रहे खराब
उल्लेखनीय है कि इस मार्ग जब आटो व बाइक निकलती है तो सडक़ में जमा पानी उसके चक्के से छिटकर पैदल चल रहे लोगों के ऊपर पड़ जाते हैं, जिससे इनके कपड़े भी खराब हो जाने से हमेशा विवाद की भी स्थिति निर्मित होती है। साथ ही नाली का पानी का निकासी नहीं होने से इससे उठने वाले दुर्गंध के लोगों को नाक बंद कर निकलना पड़ रहा है। ऐसे में जब तब पानी निकासी की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक समस्या का सामना करना पड़ेगा।
सौंदर्यीकरण का काम बंद
स्टेशन के सामने दिवार में टाईल्स लगाने का काम कुछ दिन चला लेकिन अब फिर से बंद हो गया है, जिसके चलते यहां से निकले हुए मिट्टी इन दिनों हवा के चलते धूल के गुब्बार बन कर उड़ रहा है, जिसके चलते स्टेशन व प्लेटफार्म में बैठे लोगों को भी परेशानी हो रही है।
रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण लोगों के लिए बना मुसीबत
एक साल बाद भी नालियां नहीं हो सकी व्यवस्थित, अब सडक़ में जमे गंदा पानी से होकर जाने की बनी मजबूरी
