रायगढ़। यात्री ट्रेनों के लेट-लतीफी परिचालन के चलते इन दिनों सफर करने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में शनिवार को जहां कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस करीब 12 घंटा देरी से पहुंची तो वहीं ऋषिकेश से पूरी उत्कल एक्सप्रेस करीब सात घंटा देरी से रायगढ़ पहुंची, जिसके चलते यात्रियों को घंटों प्लेटफार्म में बैठकर इंतजार करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि विगत लंबे समय से रेलवे का अलग-अलग जोन में कहीं तीसरी लाईन तो कहीं चौथी लाईन का काम चल रहा है, जिसके चलते आए दिन यात्री ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में इन दिनों चक्रधरपुर रेलवे मंडल के अलग-अलग स्टेशनों में कहीं लाइन का काम तो कहीं सिगलिंग का कार्य चलने के कारण यात्री ट्रेनों को रि-स्टोर करके चलाई जा रही है, जिससे ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्रियों को दिक्कत हो रही है। वहीं बताया जा रहा है कि सप्ताह में दो से तीन दिन ट्रेने समय पर चलती है बाकी दिनों में विलंब होने से सबसे ज्यादा समस्या बच्चों व बुर्जुगों को हो रही है। ऐसे में शुक्रवार को अप व डाउन दोनों तरफ से आने वाली लगभग सभी ट्रेनें घंटों विलंब से पहुंची, जिसमें सबसे ज्यादा लेट कुर्ला-शालीमार व ऋषिकेश-पुरी थी, जिससे शालीमार के यात्री रात से ही प्लेटफार्म में इंतजार करते रहे तो वहीं उत्कल यात्री दोपहर से शाम सात बजे तक प्लेटफार्म में बैठे रहे, इससे इनको काफी समस्या का सामना करना पड़ा।
शनिवार को सुबह से ही स्टेशन के सहयोग काउंटर पर ट्रेनों की स्थिति जानने के लिए यात्रियों की भीड़ लगी रही। इस दौरान यात्रियों का कहना था कि माहभर पहले से टिकट करा चुके हैं, इसके बाद भी समय से परिचालन नहीं होने से दिक्कत हो रही है, साथ ही सबसे ज्यादा समस्या तो नौकरी पेशा वालों को हो रही है, क्योंकि उनका कहना था कि वे उनको लिमिट छुट्टी मिलती है, ऐसे में ट्रेनेां को घंटों विलंब से चलने के कारण उनका पूरा सेड्यूल ही बिगड़ जा रहा है, जिससे उनको अतिरिक्त अवकाश लेना पड़ता है, जिससे काफी दिक्कत होती है।
निरंतर चल रही मालगाडिय़ा
ट्रेन के इंतजार में बैठे यात्रियों से बात की गई तो उनका कहना था कि रात से स्टेशन में बैठे हैं, इस दौरान हर 10 मिनट में मालगाड़ी पहुंच रही है, लेकिन यात्री गाड़ी नहीं आ रही है, ऐसे में अगर लाइन का काम चल रहा है तो मालगाडिय़ो को कैसे लगातार चलाई जा रही है, वहीं देखा जाए तो यात्री गाडिय़ों से ज्यादा मालगाडिय़ों की संख्या है, लेकिन इसके बाद भी वे निर्धारित समय से चल रही है।
विलंब होने वाली ट्रेने
डाउन दिशा से आने वाली ट्रनों में कुर्ला-शालीमार एक्सप्रेस रात 12.10 बजे पहुंचती है, जो शुक्रवार को दोपहर करीब साढ़े 11 बजे पहुंची, इसी तरह ऋषिकेश-पुरी उत्कल एक्सप्रेस का समय दोपहर 12 बजे है, जो शाम को करीब सात बजे रायगढ़ पहुंची, वहीं एलटीटी-गया एक्सप्रेस साढ़े तीन घटा देरी से, टिटलागढ़ एक्सप्रेस एक घंटा तो इतवारी-टाटा दो घंटा देरी से रायगढ़ पहुंची। इसी तरह अप दिशा से चलने वाली शालीमार-पोरबंदर जिसको शुक्रवार को सुबह पांच बजे पहुंचनी थी वह 8 बजे पहुंची, आजाद हिंद एक्सप्रेस भी 8.30 बजे, जेड़ी फास्ट पैसेंजर 9.30 बजे तथा हावड़ा-मुंबई मेल 9 बजे तो अहमदाबाद एक्सप्रेस दोपहर 11 बजे रायगढ़ पहुंची। इसके साथ ही पुरी-ऋषिकेश उत्कल एक्सप्रेस भी डेढ़ घंटा देरी से 1.30 बजे तथा समरसता एक्सप्रेस जो सुबह सात बजे आती है व दोपहर तीन बजे रायगढ़ पहुंची है, इसके साथ ही आरा-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस भी पांच घंटा देरी से रायगढ़ पहुंची, जिससे पूरे दिन स्टेशन में यात्रियों की भीड़ लगी रही।
कुर्ला-शालीमार 11 घंटा तो उत्कल एक्सप्रेस 7 घंटा देरी से पहुंची रायगढ़
सफर करने वाले यात्री हो रहे परेशान
