खरसिया। खरसिया विधानसभा क्षेत्र अपने अस्तित्व में आने की बाद से ही कांग्रेस का एक मजबूत और अजेय गढ़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस का मजबूत वोट बैंक है वहीं शहरी क्षेत्र में भाजपा मजबूत मानी जाती है, परंतु इस बार भाजपा ने लोकसभा चुनाव के बाद पंचायत चुनावों में भी कांग्रेस के ग्रामीण मतदाताओं में सेंध लगाते हुए कांग्रेस के मजबूत किले को ध्वस्त कर दिया। भाजपा ने जिला पंचायत की तीनों सीटों सहित जनपद की 25 में से 14 एवं दो निर्दलीय भाजपा के साथ कुल 16 सीटों पर कब्जा कर लिया है। खरसिया में पंचायत चुनावों के लिए मतदान के बाद देर रात तक मतगणना हुई, परिणाम भाजपा के पक्ष में गए हैं, संपूर्ण छत्तीसगढ़ की तरह खरसिया में भी भाजपा ने बड़ी जीत हासिल करते हुए क्लीन स्वीप किया है। जिला पंचायत की तीनों सीटों पर खरसिया क्रमांक एक बरगढ़ खोला क्षेत्र जिसमें आज तक कांग्रेस कभी नहीं हारी थी जहां विगत विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी उमेश पटेल को 6000 से ज्यादा मतों की लीड हासिल हुई थी कांग्रेस के इस मजबूत गढ़ बरगढ़ खोला में तीन पीढियां से कांग्रेस की निस्वार्थ सेवा करने वाले कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकार गबेल परिवार की बहू भाजपा की श्रीमती शिखा रविंद्र गबेल जिन्होंने विगत लोकसभा चुनाव के पूर्व छत्तीसगढ़ सरकार के वित्त मंत्री ओपी चौधरी की नीतियों से प्रभावित होकर उन्हीं की प्रेरणा से कांग्रेस छोडक़र भाजपा प्रवेश किया था ने 60 बूथों में 52 बूथों में निर्णायक बढ़त लेते हुए कांग्रेस की संतोषी राठिया को 5300 से ज्यादा वोटो से पराजित किया, एवं गवेल परिवार के रविंद्र गवेल ने जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक एक एवं दो में अपनी मजबूत पकड़ के साथ अपने रणनीतिक कौशल का परिचय दिया। खरसिया दो में भाजपा के बलदेव कुर्रे ने कांग्रेस के अनिल कुमार खन्ना एवं दुर्गेश चौहान, अमरनाथ भारद्वाज, लाल कुमार सारथी को 1800 से ज्यादा मतों से पराजित किया। इसी तरह खरसिया 3 में भी भाजपा की श्रीमती सतबाई छोटेलाल पटेल ने कांग्रेस की श्रीमती धनेश्वरी पटेल को चार हजार से अधिक मतों से पराजित किया। निकाय चुनाव के बाद पंचायत चुनावों में भी भाजपा की विकास लहर जारी है, जनता ने विकास के मॉडल पर भरोसा करते हुए मतदान किया है। उनको उम्मीद है कि उनके क्षेत्र का कायाकल्प भाजपा ही कर सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए मतदाताओं ने वोटिंग की एवं दूसरे चरण में खरसिया और धरमजयगढ़ ब्लॉक की डीडीसी सीटों पर भी कांग्रेस को केवल एक ही सीट नसीब हुई। दोनों ब्लॉकों के सात जिला पंचायत सदस्य चुने जाने के लिए मतदान हुआ था। बहरहाल औपचारिक वोटो से जीत के आंकड़े सोमवार तक ही आ पाएंगे।