रायगढ़. मंगलवार की सुबह एक तेज रफ्तार हाईवा ने बाईक सवार दो युवकों अपनी चपेट में ले लिया। जिससे एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं दूसरा गंभीर था जिसे अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी भी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने घटना स्थल पर ही चक्काजाम शुरू कर दिया, इससे जूटमिल पुलिस काफी समझाईश के बाद दो घंटा बाद जाम को समाप्त कराया, तब जाकर वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार पुसौर ब्लाक के ग्राम जकेला निवासी नितेश पाव (पोबिया) पिता हरिलाल पाव (15 वर्ष) और उसका साथी गोकुल किसान पिता पंचराम किसान (19 वर्ष) पेट्रोल लेने के लिए मोटरसाइकिल क्रमांक सीजी 13 ए एक्स 6784 में रायगढ़ आए थे और पेट्रोल लेने के बाद दोनों वापस लौट रहे थे, इस दौरान जूटमिल थाना क्षेत्र के कांशीराम चौक के पास पहुंचे ही थे कि ओडि़शा की तरफ जा रही बालू लोड़ ट्रेलर क्रमांक सीजी-18 एम5978 के चालक ने तेज एवं लपरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए बाइक सवार दोनों युवकों को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे नितेश पाव बाइक से गिरकर ट्रेलर के चक्के के नीचे आ गया, इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं गोकुल गंभीर रूप से घायल था, जिसे अस्पताल लाते समय उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों युवक पेट्रोल लेकर वापस जा रहे थे तभी यह हादसा हुआ। इधर घटना की सूचना पर जूटमिल पुलिस ने दोनो मामले में मर्ग कायम कर पीएम उपरंात शव परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही पुलिस ने आरोपी चालक के खिलाफ अपराध दर्ज करते हुए उसे हिरासत में ले लिया है।
चौक में दो घंटा रहा चक्काजाम
मंगलवार की सुबह तेज रफ्तार हाईवा की ठोकर से बाईक सवार दो युवकों की मौत हो जाने के बाद आक्रोशित स्थानीय लोगों ने घटना स्थल पर ही सुबह 10 बजे से चक्काजाम शुरू कर दिया। जिससे रायगढ़-ओडीसा मार्ग में सडक़ के दोनों ओर भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस मामले की जानकारी मिलते ही यातायात के अलावा जूटमिल पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाई देने के प्रयास में जुटी रही। इस दौरान तनाव की स्थिति भी निर्मित हो चुकी थी, लेकिन काफी समझाईश के बाद प्रशासनिक टीम द्वारा तत्काल सहायता राशि मृतक के परिजनों को दिया गया, तब जाकर चक्काजाम समाप्त हुआ।
ट्रैफिक नियमों का नहीं होता पालन
इस दौरान कांशीराम चौक पर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था हि हिक यहां पर सिग्नल सिर्फ दिखाने के लिये लगाया गया है, भारी वाहन चालक इसका पालन नहीं करते हैं, जिसके चलते यहां पर हर हमेशा हादसे होते रहता है। जिससे किसी की मौके पर ही मौत हो जाती है तो कोई अस्पताल में दम तोड़ देता है। साथ ही लोगों का यह भी कहना था कि इस चौक में एक भी यातायात जवानों की तैनाती नहीं रहती है, ऐसे में अगर यहां जवान मौजूद रहते तो इस तरह के हादसे नहंी होते, जिससे अब चौक में जवान की तैनाती की मांग की गई है।
18 दिन में 9 हादसे में 8 की मौत
उल्लेखनीय है कि फरवरी माह के एक तारीख से ही हादसों का दौर चल रहा है। जिससे इस 18 दिनों में 8 हादसे हो चुके हैं, इससे सात लोगों की मौत हो गई है तो वहीं करीब दर्जनभर लोगों का उपचार चल रहा है। जिसमें एक फरवरी को धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के जमरगीडी मेन रोड में ट्रैक्टर चालक ने बाइक को ठोकर मार दी थी, जिससे एक की मौत हो गई दूसरा घायल हो गया था। वहीं सात फरवरी को उर्दना बेरियर के पास ट्रेलर चालक ने बाइक सवार पिता पुत्र को ठोकर मारा था, वहीं 9 फरवरी को बेलादुला निवासी तीन युवकों को उर्दना चौक के पास ट्रेलर चालक ने ठोकर मार दिया था, जिससे एक युवक की मौत हो गई तो दो का उपचार जारी है। इसी तरह 12 फरवरी की रात में नेतनागर निवासी दो युवकों को एनएच-49 में भाटनपाली के पास भारी वाहन चालक ने ठोकर मार दिया था, जिससे दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इसी तरह 13 फरवरी को अंबेडकर चौक में पूर्व पार्षद के भाई को ट्रेलर चालक ने कुचल दिया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। साथ ही 18 फरवरी को कांशीराम चौक में ट्रेलर की चपेट में आने से दो युवकों की मौत हुई है।