रायगढ़। नगर निगम द्वारा एनजीटी के निर्देश और पर्यावरण संरक्षण मंडल के आदेश पर केलो नदी में गणेश या अन्य प्रतिमा विसर्जन करना प्रतिबंध लगाया गया है। इसके लिए शहर के अतरमुड़ा मांगलिक भवन तालाब और विजयपुर तालाब का चयन किया गया है। जिसमें शहरवासी प्रतिमा का विसर्जन कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि प्रतिमा बनाने में सिंथेटिक, हार्मफुल कलर व अन्य केमिकल का उपयोग होने के कारण जल के संपर्क में आने पर पानी को दूषित कर देता है। जिससे इस जल का उपयोग करने वाले पशु-पक्षी, जीव जंतु पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है। जिसे देखते हुए एनजीटी ने नदी में प्रतिमाओं के विसर्जन पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश एवं पर्यावरण संरक्षण मंडल के आदेश के तहत नगर निगम प्रशासन द्वारा केलो नदी में गणेश प्रतिमा या अन्य प्रतिमा विसर्जन करना पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके एवज में निगम प्रशासन द्वारा अतरमुड़ा स्थित मांगलिक भवन तालाब और विजयपुर तालाब में गणेश प्रतिमा व अन्य प्रतिमा विसर्जन करने की सुविधा दी गई है। इस संबंध में निगम आयुक्त सुनिल कुमार चंद्रवशी ने बताया कि निर्देश के बाद भी अगर केलो नदी में गणेश प्रतिमा अथवा अन्य प्रतिमा विसर्जन करते पाए जाने पर जुर्माना के साथ एफआईआर व अन्य वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। निगम प्रशासन ने पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए शहरवासियों से केलो नदी में गणेश व अन्य प्रतिमा विसर्जन नहीं करके अतरमुड़ा तालाब व विजयपुर तालाब में प्रतिमा विसर्जन करने की अपील की है।
तीन बाद शुरू होगा विजर्सन का दौर
गौरतलब हो कि मंगलवार से लोगों के घरों में गणेश प्रतिमा स्थपिता किया गया है। जिससे तीन दिन बाद ही विसर्जन का दौर शुरू हो जाएगा। ऐसे में नगर निगम द्वारा पहले से ही गाईड लाईन जारी कर दी गई है, ताकि लोग निर्धारित स्थल पर ही प्रतिमा का विसर्जन कर सके। साथ ही इन चिन्हित तालाबों के पास पुलिस बल की भी तैनाती की जाएगी, ताकि कोई अप्रिय घटना होने से बचा जा सके।