बीजापुर। छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमा पर रविवार को मुठभेड़ में 1000 से ज्यादा जवानों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया। सभी 31 के शव रिकवर कर लिए गए हैं। मुठभेड़ बीजापुर के इंद्रावती नेशनल पार्क इलाके में हुई। फिलहाल सर्चिंग ऑपरेशन जारी है। वहीं, मृत नक्सलियों की शिनाख्त भी की जा रही है।
इस मुठभेड़ में डीआरजी और एसटीएफ के एक-एक जवान शहीद हुए, वहीं 2 जवान घायल भी हुए हैं जिन्हें एयरलिफ्ट कर रायपुर लाया गया है।
उनकी हालत खतरे से बाहर है। बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं। छत्तीसगढ़ में इस साल अब तक 81 नक्सली मारे गए हैं, जिनमें से 65 बस्तर संभाग में ही ढेर हुए हैं। इसमें बीजापुर सहित 7 जिले शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक 2024 में अलग-अलग मुठभेड़ों में जवानों ने 217 नक्सलियों को ढेर किया था।
नक्सलवाद के कारण किसी नागरिक को जान गंवानी नहीं पड़ेगी- शाह
अमित शाह ने रविवार को कहा कि, 31 मार्च 2026 तक नक्सलियों का खात्मा हो जाएगा। देश के किसी भी नागरिक को इसके कारण अपनी जान नहीं गंवानी पड़ेगी। शाह ने यह बात छत्तीसगढ़ में 31 नक्सलियों के मारे जाने के बाद कही। गृहमंत्री ने कहा कि, भारत को नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में सुरक्षाबलों को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बड़ी सफलता मिली है।
मार्च 2026 तक प्रदेश नक्सलवाद मुक्त होकर रहेगा – मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ मिली बड़ी सफलता को नक्सल मुक्त छत्तीसगढ़ के लक्ष्य के लिए एक बड़ा कदम बताते हुए कहा कि बस्तर अब गनतंत्र से गणतंत्र की ओर आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के कुशल नेतृत्व को इस सफलता की बुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी के नेतृत्व में मार्च 2026 तक हमारा प्रदेश नक्सलवाद मुक्त होकर रहेगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदर्शी नीति और प्रभावी रणनीति के कारण सुरक्षाबलों को लगातार सफलता मिल रही है और हम लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों द्वारा आज मुठभेड़ में 31 नक्सलियों के मारे जाने को एक बड़ी सफलता करार दिया और वीर जवानों की बहादुरी को नमन किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सलियों के गढ़ में घुसकर जिस प्रकार इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, वह उनकी असाधारण वीरता और रणनीतिक दक्षता को दर्शाता है। उन्होंने इस मुठभेड़ में दो वीर जवानों की शहादत और दो अन्य जवानों के घायल होने पर गहरा दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ अब निर्णायक मोड़ पर है। नक्सलवाद की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है, और अब प्रदेश में केवल विकास, शांति और सुरक्षा का वातावरण स्थापित होगा। हम 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से पूर्णत: मुक्त कर देंगे। यह केवल एक घोषणा नहीं, बल्कि सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता और प्रदेश के हर नागरिक से किया गया वादा है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों की सफलता और सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन से अब बस्तर में सुरक्षित और समृद्ध भविष्य की दस्तक सुनाई दे रही है।
सुरक्षा बलों ने फिर 31 नक्सलियों को मार गिराया
2 जवान शहीद, 2 घायल, बीजापुर में इंद्रावती नेशनल पार्क एरिया में सर्चिंग जारी
