रायगढ़। रायगढ़ रेलवे स्टेशन से अलसुबह छूटने वाली गोंडवाना एक्सप्रेस में यात्री सुविधा और साफ सफाई का किस तरह ध्यान रखा जाता है इसकी बानगी आज रेल यात्रियों ने गोंडवाना में सफर करने के दौरान अपने नंगी आंखों से देखी।
गोंडवाना एक्सप्रेस का रायगढ़ रेलवे स्टेशन से छूटने का समय सुबह साढ़े तीन बजे है मगर यह टेऊन आज निर्धारित प्लेटफार्म में 4:24 में ट्रेन आई और इसमें साफ-सफाई के नाम पर करीब तीन घंटे तक इसे प्लेटफार्म में ही खड़े रखा गया। आखिरकार रेल यात्रियों के लंबे इंतजार के बाद सुबह 7:42 में टे्रन को रवाना किया गया। तो रेल यात्रियों को उम्मीद थी कि टेऊन में अच्छे ढंग से साफ-सफाई कर ली गई होगी, मगर बोगियों में प्रवेश करते ही अधिकांश रेलयात्रियों को इस बात का एहसास हुआ कि करीब चार घंटे तक रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म पर खड़े रहने और सारी रात रेलवे स्टेशन में खड़े रहने के बावजूद इसकी साफ-सफाई की ओर कोई ध्यान नही दिया गया। अधिकांश बोगियो के टायलेट से जहां बदबू आ रही थी तो वहीं बोगियों में भी अस्त-व्यस्त हालत व कचरे के ढेर ने यात्रियों का स्वागत किया। यात्रियों के बीच इस बात को लेकर रोष देखा गया कि आखिर जब तीन से चार घंटे तक गाड़ी को साफ-सफाई के नाम पर रोका गया तो इसमें साफ-सफाई क्यों नही की गई और इसके लिये कौन जिम्मेदार है। प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों ने बताया कि 6 जनवरी को गोंडवाना में प्रवास के दौरान उन्होंने देखा कि किसी भी बोगी में झाड़ू नहीं लगा था इसी अवस्था में ट्रेन छूट रही थी। कुछ यात्रियों ने इसकी शिकायत आरपीएफ तथा जीआरपी स्टाफ को भी दी। मगर उनके द्वारा भी सफाई के नाम पर हाथ खड़े कर दिये जाने के कारण किसी यात्री ने स्टेशन मास्टर को इसकी सूचना दी। इसके बावजूद टेऊन को बिना साफ-सफाई के ही उसी स्थिति में रवाना कर दिया गया। जिसे लेकर रेल यात्रियों में खासा रोष देखा गया।
सफाई के लिये तीन घंटे गोंडवाना की गई लेट
ट्रेन छूटी तो बदबू से परेशान रहे रेल यात्री
