रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा मामले में रायपुर जेल में बंद भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें दाउ कल्याण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (डीकेएस) में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि, देवेंद्र पिछले 5 दिनों से अस्पताल में भर्ती है। उनके ऑपरेशन की तैयारी चल रही है। जानकारी के मुताबिक, विधायक देवेंद्र यादव को पेट की मांसपेशी से जुड़ी बीमारी के इलाज के लिए लाया गया है। इससे पहले उनके मेडिकल फिटनेस के लिए उन्हें अंबेडकर अस्पताल भेजा गया था। जहां सारी जांच की गई। मेडिसिन विभाग से मेडिकल फिटनेस रिपोर्ट आने के बाद उनका डीकेएस में ऑपरेशन होगा। बलौदाबाजार हिंसा मामले में 17 अगस्त को भिलाई से देवेन्द्र यादव को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से लगातार उनकी न्यायिक रिमांड बढ़ रही है। वे रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं। इस दौरान टीम राहुल गांधी के सदस्य, प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज, यूथ कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब समेत कई बड़े कांग्रेस नेता उनसे मुलाकात करने जेल पहुंचे थे।
विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी बलौदाबाजार हिंसा मामले में हुई है। उन पर हिंसा भडक़ाने का आरोप है। इस मामले में बलौदाबाजार पुलिस ने 4 बार नोटिस जारी किया, लेकिन विधायक ने बयान देने जाने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि पुलिस को बयान लेना है, तो उनके पास और लेकर जाए। हालांकि पूछताछ के लिए तीसरा नोटिस मिलने पर देवेंद्र यादव ने बलौदाबाजार जाकर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात भी की थी। बलौदाबाजार पुलिस के एक उच्चाधिकारी की माने तो पुलिस के पास देवेंद्र के खिलाफ गवाह हैं। कुछ लोगों के बयान हैं। इसके अलावा पुलिस के पास कुछ वीडियो भी हैं। इसको आधार बनाकर उन पर कार्रवाई की जा रही है। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने जेल में देवेन्द्र यादव से मुलाकात की थी। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने जेल में देवेन्द्र यादव से मुलाकात की थी
15 मई को सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को देर रात क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इसके बाद कार्रवाई की मांग उठी और लगातार लोकल स्तर पर प्रदर्शन हुए। 19 मई को पुलिस ने इस मामले में बिहार निवासी 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि नल-जल योजना कार्य में ठेकेदार पैसे नहीं दे रहा था। इसलिए शराब के नशे में आरोपियों ने तोडफ़ोड़ कर दी लेकिन इस कार्रवाई से समाज के लोग संतुष्ट नहीं थे। इस बीच 10 जून को बलौदाबाजार में प्रदर्शन के दौरान अचानक से लोग उग्र हो गए और बवाल बढ़ता चला गया। हिंसा के दौरान कलेक्टर-एसपी दफ्तर में आगजनी की गई। कई गाडिय़ां जला दी गई। इसके बाद कई जनप्रतिनिधि समेत करीब 200 लोगों की गिरफ्तारी हुई। प्रदर्शन में एक वीडियो सामने आया जिसमें देवेंद्र यादव भी शामिल दिखे। इस मामले में उन्हें नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया। एक बार वे पूछताछ के लिए बलौदाबाजार भी पहुंचे। इसके बाद 17 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी हुई थी।
विधायक देवेन्द्र यादव की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
ऑपरेशन की चल रही तैयारी, बलौदाबाजार हिंसा केस में जेल में हैं बंद
