खरसिया। राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा के निर्देश पर विकास खण्ड खरसिया के समस्त विद्यालयों में अमर बलिदानियों की याद में वीर बाल दिवस मनाया गया। वीर बाल दिवस सिख धर्म के 10वें गुरु, गुरु गोविंदसिंह जी के चार बड़े बेटों की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने मुगल बादशाह औरंगजेब के खिलाफ लड़ाई में भाग लिया था और वे सभी शहीद हो गए थे।
गुरु गोविंदसिंह जी के चार बड़े बेटे थे: साहिबजादा अजीत सिंह, साहिबजादा जुझार सिंह, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह। इन चारों बेटों ने मुगल बादशाह औरंगजेब के खिलाफ लड़ाई में भाग लिया था और वे सभी शहीद हो गए थे। उनकी शहादत को सिख धर्म में बहुत महत्व दिया जाता है और उन्हें वीर-बाल के रूप में सम्मानित किया जाता है। वीर-बाल दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि लोगों को इन चारों वीर बालों की शहादत की याद दिलाई जाए और उनके बलिदान को याद किया जाए।
वीर बाल दिवस को मनाने से प्रथम यह संदेश मिलता है कि वीर बालों की शहादत से लोगों को बलिदान की भावना की याद आती है। द्वितीय यह कि वीर बालों की बहादुरी और साहस से लोगों को प्रेरणा मिलती है। वहीं तृतीय वीर बालों ने अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी, जो लोगों को अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए प्रेरित करता है। साथ ही वीर-बाल दिवस को मनाने से हमें यह भी याद आता है कि हमारे देश की स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए कई लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। हमें उनके बलिदान को याद रखना चाहिए और उनकी शहादत को सम्मानित करना चाहिए।
वीर-बाल दिवस के अवसर पर भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सजीव कार्यक्रम को सभी विद्यालयों में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त विद्यार्थियों से संवाद किए और वीर-बाल दिवस के अवसर पर गुरु गोविंद साहेब के पुत्रों के बालिदान को याद किया। वहीं प्रधानमंत्री ने समाज में राष्ट्र के प्रति बालिदान, त्याग एवं समर्पण की भावना स्थापित करने की बात कही।
विद्यालयों में आयोजित हुए कार्यक्रम
विद्यालयों में वीर-बाल दिवस के अवसर पर पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग, नृत्य तथा रंगोली का कार्यक्रम आयोजित किया गया। बच्चों ने वीर-बाल दिवस के अवसर पर 10वें सिख गुरु गोविंदसिंह साहेब के पुत्रों को रंगोली में उकेर कर उनके राष्ट्र के प्रति त्याग, समर्पण एवं बालिदान को याद किया। वीर बाल दिवस के इस कार्यक्रम में कक्षा एक से कक्षा बारहवीं के विद्यार्थी सम्मिलित हुए। छात्रों ने इस वर्ष के राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार प्राप्त 17 बच्चों से परिचित हुए, माननीय प्रधानमंत्री के सजीव संवाद को सुना और वीरता की भावना से प्रेरित हुए।
बलिदानियों की याद में खरसिया मनाया गया वीर-बाल दिवस
