सारंगढ़। संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती पर समाज कल्याण विभाग सारंगढ़ द्वारा नशापान के विरुद्ध व्यापक जनजागृति लाने मद्य निषेध दिवस का आयोजन किया। 18 दिसंबर मद्य निषेध दिवस पर समाज कल्याण विभाग सारंगढ़ द्वारा ग्राम हरदी में नशा मुक्ति रैली निकाल कर शपथ संकल्प दिलाया गया। मद्य निषेध दिवस पर दारु पीना छोड़ दो, शीशी बोतल तोड़ दो के नारों के साथ छात्र छात्राओं ने नशा मुक्ति रैली निकाली और नशा मुक्ति का शपथ संकल्प लिए।
विदित हो कि -जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ में संचालनालय समाज कल्याण रायपुर के निर्देश एवं कलेक्टर के निर्देशन में समाज कल्याण विभाग सारंगढ़ बिलाईगढ़ द्वारा 18 दिसंबर संत बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती के पावन अवसरू पर जपं सारंगढ़ के ग्रापं हरदी में मद्य निषेध दिवस का आयोजन शिक्षा विभाग व राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के समन्वय से किया गया। मद्यनिषेध दिवस के आयोजन अंतर्गत नशा पान के विरुद्ध व्यापक जन जागृति लाने, नशा पीडि़तों के साथ प्रत्यक्ष संवाद विकसित करने, विद्यार्थियों में नशापान के विरूद्ध जागरुकता लाने हेतु स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के अनुरूप शा.उ. मा. विद्यालय हरदी में मुख्यातिथि सरपंच श्रीमती फुलेश्वरी महेश द्वारा बाबा गुरु घासीदास जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, पुष्प अर्पण करके किया गया।
कार्यक्रम के अंतर्गत हरदी हायर सेकेंडरी विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक नरेश निराला द्वारा बाबा गुरु घासीदास के वचनों पर प्रकाश डालते हुए नशामुक्त भारत के संकल्पना में संत बाबा गुरु घासीदास के जीवन को समाज को दिशा दिखाने वाला बताया। समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित मद्य निषेध दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई हरदी के सभी स्वयंसेवको द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान हेतु ग्राम पंचायत का परिभ्रमण कर नशा मुक्ति रैली निकाल कर प्रेरक नारे लगाए। रैली के समापन अवसर पर उपस्थित छात्रों, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवको, भारत माता वाहिनी समूह के सदस्यों के साथ विद्यालय के शिक्षको को नशा मुक्ति संबंधी शपथ संकल्प दिलाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन उप संचालक समाज कल्याण विनय तिवारी के द्वारा किया गया। मद्य निषेध दिवस के आयोजन में शिक्षक एफसी वर्मा, आरके कोशले, वीएन पटेल, एनएसएस वालंटियर हेमंत दास महंत, साक्षी कुर्रे, छाया साहू, सचिन चौरगे, जगदीश कोसले, अमन भारती, अंकित बंजारे, प्रकाश जोलहे, कविता यादव, कुसुमलता, दीपक जांगड़े, किरन,आशा, कुशाल एवं सहायक कमलेश दास का विशिष्ट योगदान रहा।