रायगढ़। पंडित अजय उपाध्याय निवासी चित्रकूट धाम वर्तमान में ग्राम गोड़म जिला सारंगढ़ के संतोषी माता मंदिर में दरबार लगाकर भक्तजनों के समस्याओ का पर्चा बना रहे हैं और उस पर्चे के अनुसार समाधान और उपाये भी बता रहे हैं उन्हें माता संतोषी और हनुमान जी की कृपा है वे कहते हैं हनुमान जी की कृपा है हनुमान जी जो लिखवाते है और जो उपाये बताते हैं उसे हम भक्तजनों को बताकर मार्ग प्रसस्त करते हैं। छतीसगढ़ वॉइस न्यूज़ की टीम ग्राम गोड़म के संतोषी माता मंदिर में जाकर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की तरह दरबार लगाकर पर्चा लिखने वाले पंडित अजय उपाध्याय के दरबार मे शामिल हुए, उनकी सिद्धि और पर्चे पर प्रश्न पूछने वाले के पूछने से पहले पर्चा में मन की बात को लिख कर अक्षरस: सत्य बताना किसी अचंभा से कम नही था,समस्या और उसका समाधान मुस्कुराते हुए एकदम सरल शब्दों में बताकर सामने बैठे ब्यक्ति को संतुष्ट करना सबके लिये आश्चर्य अनुभव था। कई लोगो को हमारे सामने उनके मन के विचार, समस्या, जिज्ञासा को बिना बताए पर्चे में लिखकर बता देना हमारे मन की जिज्ञासा को बढ़ा देना रहा। हमने भी मन में प्रश्न रखकर उनसे अपने बारे में जानना चाहा किंतु आरती का समय हो गया और दरबार को विराम दिया गया। मंदिर के सहायक पंडित ने हमारा नाम लिखकर दूसरे दिन दरबार मे शामिल होने कहा, आरती पश्चात पंडित जी से हमने मुलाकात किया और उनसे चर्चा किया।
पंडित अजय उपाध्याय ने बताया कि हम चित्रकूट धाम से हैं वर्तमान में गोड़म में है सारंगढ़ से 13 किलोमीटर एवं चंद्रपुर से 9 किलोमीटर की दूरी पर रायगढ़ से सारंगढ़ रोड के मध्य में गोड़म ग्राम स्थित है हम संतोषी माता के मंदिर में बैठते हैं हमारे पिताजी भी पर्चा का कार्य करते थे आज भी वह देखते हैं लेकिन जब से हम पर्चा बनाना आरंभ किया तो वह कम कर दिए हैं चित्रकूट में पिताजी दरबार लगाते थे एक गांव है पहाड़ी, वहां भी बहुत भीड़ लगता था उसके बाद हम गुरुकुल में पढ़ाई किये, श्री राम संस्कृत महाविद्यालय में पढ़ाई किया व बाल्य काल से ही हमारी रुचि धार्मिक आस्थाएं माँ देवी, हनुमान जी महाराज की ओर आकर्षित हुई उन्हीं की भक्ति किया,3 वर्ष से दरबार लगाकर पर्चा का काम हम कर रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम भी बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं सनातन का प्रचार प्रसार कर रहे हैं उनको भी बालाजी हनुमान जी की सिद्धि प्राप्त है सिद्धि मानिए या कृपा मानिए क्योंकि हनुमान जी और देवी देवताओं को तो कोई सिद्ध कर ही नहीं सकता है हम तो तुच्छ मनुष्य हैं कृपा मान सकते हैं उनको भी कृपा प्राप्त है उन्हें भी बहुत-बहुत साधुवाद जब हम पर्चा बनाना आरंभ किये तब 100 से 150 आदमी आ रहे थे वर्तमान में 200 से 300 लोग आ रहे हैं सबका समस्या दूर हो रहा है समाधान हो रहा है नि:शुल्क सेवा है जीवन पर्यंत निशुल्क सेवा करेंगे सनातन का प्रचार करेंगे अब तक कई लोगों को लाभ हो चुका है।
अर्जी के लिए लाल कपड़ा में नारियल बांध सकते हैं यदि किसी को प्रेत बाधा की समस्या है तो काला कपड़ा में नारियल बांध सकते हैं नारियल बांधने के बाद संतोषी माता के मंदिर में राम नाम का जप करना रहता है एवं मां संतोषी का ध्यान करना पड़ता है सबका नंबर क्रम से आता है कई लोगों को हम नाम से भी पुकारते हैं। हम सप्ताह में 5 दिन दरबार लगाते हैं रविवार एवं सोमवार को दरबार बंद रहता है उस दिन भक्तों को ताबीज और भभूति वितरण किया जाता है सुबह 8:30 से 12 तक एवं शाम 3 से 6:30 बजे तक दरबार का समय रहता है उसके पश्चात माताजी की आरती होती है। आम जनमानस से यही आग्रह है कि सभी सनातन धर्म का प्रचार करें भारत को हिंदू राष्ट्र बनाएं साथ ही अपने कर्मों को सही रखें आपस में प्रेम सौहार्द की भावना रखें अभी हिंदू राष्ट्र बनाना है किंतु भारत को अखंड भारत भी बनाना है।