सारंगढ़-बिलाईगढ़। रेशम का उत्पादन बढ़ाने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा सिल्क समग्र योजना की शुरुआत की गई है। केन्द्रीय रेशम बोर्ड को बढावा देने के लिए इस योजना को जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के विकासखण्ड बरमकेला के ग्राम सण्डा के किसानों को रेशम विभाग द्वारा भी क्रियान्वित किया जा रहा है। योजना में हितग्राही किसानों को उन्नत कीटपालन के लिए 5 लाख का अनुदान के लिए शामिल किया है। इसका लाभ दिलाने के लिए रेशम विभाग रायगढ़ के उप संचालक मनीष पवार बरमकेला के ग्राम सण्डा पहुंचे थे और उन्होंने किसानों के खेतो मे जाकर निरीक्षण करते हुए किसानों को प्रोत्साहित किया।
इस दौरान उप संचालक पवार ने किसानों को जानकारी दी कि बरमकेला विकास खण्ड मे 70 किसान का चयन किया गया है। सिल्क समग्र योजना में ऐसे भी निजी किसान भी लाभ ले सकते हैं, सिंचित भूमि के किसी भी इस योजना में भागीदारी करेगें। सिंचित भूमि पर पानी की व्यवस्था के लिए नलकूप लगाने के लिए 60 हजार रुपए का अनुदान और पौधरोपण लिए 60 हजार का अनुदान
फसल उत्पादन के बाद रेशम के कीड़ों को व्यवस्थित रखने के लिए भवन निर्माण के लिए 3 लाख 25 हजार रुपए का अनुदान भी दिया जा रहा है। किसानों को उन्नत फसल के लिए 50 हजार का अलग से अनुदान भी दिया जा रहा और कीटनाशक दवाई छिडक़ाव के लिए 5 हजार रुपए की दवाइयां भी दी जा रही है। कुल मिलाकर 5 लाख रुपये का किसान को अनुदान दिया जा रहा है। इसके तहत किसान का रोजगार कर सकते हैं और विकासखंड बरमकेला इसलिए चुना गया कि काफी बड़ी मात्रा में इस क्षेत्र के किसान रुचि ले रहे है और अच्छे जागरुक भी है और इसमें काफी रुचि ले रहे हैं। निरीक्षण के दौरान मधु चंदन नोडल अधिकारी फील्ड ऑफिसर रेशम विभाग बरमकेला व ग्राम सण्डा के रेशम पालन के हितग्राही किसानों की उपस्थिति रही। सिल्क समग्र योजना के लिए प्रशिक्षण के लिए महाराष्ट्र के वर्धा में जाकर यहां के किसान गणेशराम सिदार, गौरव पटेल, सुदामा साहू, गणेश रंजीत, ध्रुव कुमार गए हुए थे।