खरसिया। इस दौर में आदमी आदमी के दर्द को भी नहीं समझता, वहीं मूकप्राणी के दर्द को समझना और उसको संबल प्रदान करना सच्ची मानवता का साक्षात दृष्टांत ही तो है।
गौ सेवा संगठन के प्रमुख तथा पशु-प्रेमी राकेश केशरवानी ने चंद दिन पहले ऐसे कुत्ते को देखा, जिसे वाहन की ठोकर ने अपंग बना दिया था। उसके पीछे के दोनों पांव बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे, वह चल पाने में असमर्थ पड़ा-पड़ा कराह रहा था। ऐसे में केशरवानी के द्वारा संवेदना दिखाते हुए उस कुत्ते को गौ-सेवा-धाम लाया गया और उसके लिए चार पहिए की बैसाखी बनवाकर उसे चलने फिरने की सुविधा प्रदान की। जिस दिन से उसे कुत्ते का एक्सीडेंट हुआ, उस दिन से उसने खाना और पीना छोड़ दिया था, परंतु अब वह बैसाखी के सहारे चलता है फिरता है खाना खाता और पानी पीता है। वहीं उल्लेखनीय होगा कि वह बेजुबान, राकेश केशरवानी को दुआएं भी जरूर देता है।