रायगढ़। सबसे बड़े महाविद्यालय में लाइब्रेरी खुलवाने के लिए गुरुवार को हृस्ढ्ढ के छात्रों ने आंदोलन किया था। आंदोलन के बाद शुक्रवार को करीब एक साल बाद कालेज एडमिनिस्ट्रेशन ने लाइब्रेरी खुलवाई।यहां पिछले करीब 22 सालों से नियमित ग्रंथपाल की पदस्थापना नहीं है। ऐसे में लाइब्रेरी में प्रभार में ही काम चल रहा था। जिसके चलते पिछले 1 साल से लाइब्रेरी नहीं खुली। किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय में तकरीबन 4700 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं, लेकिन यहां की लायब्रेरी साल भर से बंद थी। शुक्रवार को लाइब्रेरी को खोली गई। इस दौरान 5 प्राध्यापक मौजूद थे। यहां लाइब्रेरी में पहले से पुस्तकों के अलमारियों को सील किया गया था। जिसका जायजा लिया गया और बताया जा रहा है कि करीब 1-2 दिन इसे व्यवस्थित करने में लग जाएगा। जिसके बाद यहां के छात्र-छात्राओं को पुस्तक पढऩे के लिए दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि 2002 में यहां ग्रंथपाल नियुक्ति थे, लेकिन उनके सेवानिवृत होने के बाद नियमित ग्रंथपाल की नियुक्ति नहीं की जा सकी। ऐसे में किसी प्राध्यापक को प्रभार देकर काम चलाया जा रहा था। अभी भी संस्कृत के प्राध्यापक को यहां प्रभारी दिया गया है।
पढ़ाई होती है प्रभावित
ग्रंथपाल के पद की निुयक्ति नहीं होने से अन्य प्राध्यापकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि प्राध्यापक को लायब्रेरी का प्रभार दे दिया जा रहा है। उसके बाद कई बार प्राध्यापक अपने विषय की पढ़ाई छात्र-छात्राओं को नहीं करा पाते और लायब्रेरी में ही उलझे रहते हैं। पिछले साल भर से लायब्रेरी नहीं खुलने का एक कारण यह भी बताया जा रहा है।
लाइब्रेरी प्रभारी प्राध्यापक अमित दुबे ने बताया कि लाइब्रेरी आज खुल गई है और पिछले 4 साल से इसका संचालन कर रहा हूं। इसे संचालन करने में बहुत परेशानी हो रही है और उनका कहना है कि वे शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व प्राचार्य से मांग किया गया था कि लाइब्रेरी का प्रभार किसी और को दिया जाए, जिसके बाद दूसरे प्रोफेसर को आदेशित किया गया था, लेकिन किसी कारणवश पुस्तकों की गिनती कर उसे अलमारी में ही सीलबंद कर दिया गया। दोबारा मुझे लाइब्रेरी के संचालन के लिए पत्र दिया गया है। ऐसे में आज लाइब्रेरी खोला गया है। पूरी तरह व्यवस्थित करने में 1-2 दिन का समय लग सकता है।
छात्र-छात्राओं को पुस्तक पढऩे को मिलेगी
एनएसयूआई युनिवर्सिटी प्रेसिडेंट साकिब अनवर का कहना है कि गुरुवार को लाइब्रेरी खोलवानें के लिए आंदोलन किया गया था। आज लायब्रेरी को पूरी तरह खोलने की प्रक्रिया चल रही है। इससे छात्र-छात्राओं को लायब्रेरी से पुस्तक पढऩे के लिए मिलेगी। नियमित ग्रंथपाल की नियुक्ति के लिए पूर्व में मांग की गई थी, लेकिन अब तक नियमित ग्रंथपाल नियुक्त नहीं हो सके हैं। जल्द ही ग्रंथपाल की नियुक्ति होनी चाहिए।