रायगढ़. विगत कुछ दिनों से एक युवक नकली टीटीई बनकर यात्री ट्रेनों में घुमता था, ऐसे में शनिवार को टिटलागढ़ पैसेंजर में जैसे ही चढ़ा तो टिकट जांच कर रहे थे टीटीई ने देखा तो इसकी सूचना रायगढ़ जीआरपी को दिया, जिससे पकडकऱ उसके खिलाफ कार्रवाई किया गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार खरसिया थाना क्षेत्र के ग्राम बगडेवा निवासी नरेश कुमार गोंड पिता प्रीतम गोंड (37 वर्ष) विगत कुछ माह से टीटीई का यूनिफार्म व बैच लगाकर ट्रेनों में सफर करता था, साथ ही मौका देखकर यात्रियों का टिकट भी जांच करता था। ऐसे में शनिवार को भी घर से टीटीई का यूनिफार्म पहनकर निकाल और झाराडीह स्टेशन पर ट्रेन आने का इंतजार कर रहा था, इस दौरान जैसे ही झाराडीह स्टेशन पर टिटलागढ़ पैसेंजर खड़ी हुई तो उक्त ट्रेन से दो टीटीई उतरे, इसी दौरान ये ट्रेन में चढऩे लगा, ऐसे में रायगढ़ के टीटीई मनीष कुमार वर्मा ने देखा तो उसे रोकते हुए पूछताछ किया तो उसने हड़बड़ा गया, बाद में बताया कि वह कोरबा में पदस्थ है। ऐसे में उसी समय एक कोरबा का भी टीटीई उसी ट्रेन में था, जिससे मनीष वर्मा ने उससे पहचान कराया तो उसने भी पहचानने से इंनकार कर दिया, जिससे शक हुआ कि ये नकली टीटीई बनकर यात्री ट्रेनों में टिकट जांच कर रहा है। ऐसे में टीटीई मनीष कुमार वर्मा ने उसे पकड़ कर रायगढ़ लाया और इसकी सूचना जीआरपी को दिया, जिससे जीआरपी की टीम ने टिटलागढ़ पैसेंजर के स्टेशन में आते ही उसे पकड़ कर थाना लाया और उससे पूछताछ किया तो उसने अपना नाम नरेश कुमार गोंड बताया। ऐसे में जीआरपी पुलिस ने नकली टीटीई बनकर लोक सेवा पद का दुरुपयोग करने के आरोप में धारा 171-419 के तहत अपराध दर्ज किया है।
गोल-मोल दे रहा जवाब
इस संबंध में रायगढ़ जीआरपी के अधिकारियों का कहना है कि जब नकली टीटीई नरेश कुमार गोंड से पूछताछ किया गया तो उसने बताया कि ये शौक के लिए रोज टीटीई बनकर घर से निकलता था। साथ ही बिलासपुर के किसी दुकान से टीटीई का यूनिफार्म, फर्जी आईकार्ड व बैच खरीदा है। साथ ही अपने ससुराल में भी बताया है कि वह टीटीई का नौकरी करता है। ऐसे में वह सप्ताह में चार से पांच दिन घर से टीटीई बनकर निकलता था और ट्रेनों में सफर करता था।
क्या यात्रियों से भी करता था अवैध वसूली
जीआरपी पुलिस ने फिलहाल लोक सेवा पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज किया है, लेकिन यह मामला यात्री ट्रेन में यात्रियों से अवैध वसूली की ओर इंगित कर रहा है। पूछताछ के दौरान जिस तरह नरेश कुमार ने बताया की वह घरवालों व ससुरालवालों को टीटीई की नौकरी करता हूं कहकर उन्हें झांसा दे रहा था, लेकिन यह बात कुछ हजम नहीं हो रही है। अगर वह झांसा दे रहा था तो घर वाले उसके वेतन व कमाई के संबंध में जरूर पूछते होंगे। कुल मिलाकर यह मामला लोक सेवा पद के दुरुपयोग के साथ-साथ अवैध वसूली से भी जुडे होने की संभावना से इंनकार नहीं किया जा सकता।