रायपुर। विधानसभा उप चुनाव को लेकर भाजपा ने 3 नाम फाइनल कर लिए हैं। इन नामों को इंटरनल सर्वे के बाद तय किया गया है। इन नामों को दिल्ली भेजा जाएगा, जिसके बाद प्रत्याशी पर मुहर लगेगी। बताया जा रहा है कि सर्वे में 6 नाम सामने आए थे। प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा ने रविवार देर रात कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में बैठक की थी। इस बैठक में दक्षिण विधानसभा से 8 बार विधायक रहे और अब सांसद बन चुके बृजमोहन अग्रवाल भी शामिल थे। इंटरनल सर्वे में आए नामों पर चर्चा कर प्रदेश नेताओं ने 3 नाम फाइनल किए हैं। बैठक में दक्षिण का उम्मीदवार कौन होगा, इसे लेकर चर्चा में ष्टरू विष्णुदेव साय, पार्टी के नेताओं में पवन साय, धरमलाल कौशिक, विक्रम उसेंडी, सरोज पांडे जैसे नेता भी पहुंचे थे। प्रत्याशियों के नाम, जातिगत समीकरण, जीत-हार के तमाम कैलकुलेशन पर बातचीत की गई। भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सीनियर नेताओं में सुनील सोनी, संजय श्रीवास्तव, केदार गुप्ता और नए नेताओं में मीनल चौबे, नंदन जैन, सुभाष तिवारी जैसे नामों पर विचार किया जा रहा है। इन्हीं में से 3 नाम तय हुए हैं और एक को प्रत्याशी बनाया जाएगा।
इन नेताओं की पूरी जानकारी, सर्वे रिपोर्टर केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजी जा रही है। दिल्ली में संगठन के पदाधिकारी तय करेंगे कि किसे फाइनल किया जाए। इसके बाद प्रत्याशी का ऐलान होगा। माना रहा है कि नवंबर में प्रत्याशी का ऐलान हो सकता है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि स्वाभाविक रूप से हर एक कार्यकर्ता की इच्छा होती है कि यदि वो राजनीति में है तो उसे चुनाव में अवसर मिले। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि स्वाभाविक रूप से हर एक कार्यकर्ता की इच्छा होती है कि यदि वो राजनीति में है तो उसे चुनाव में अवसर मिले। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, रायपुर दक्षिण विधानसभा की जनता हमेशा से भारतीय जनता पार्टी के साथ मजबूती से खड़ी रही है। आने वाले उप चुनाव में भी दक्षिण विधानसभा की जनता को जो निर्णय करना है। निश्चित रूप से दक्षिण विधानसभा के लोगों का आशीर्वाद भाजपा को ही मिलेगा। साव ने आगे कहा कि बृजमोहन अग्रवाल पार्टी के बहुत ही वरिष्ठ नेता हैं। वे अपराजेय योद्धा हैं। लगातार उस विधानसभा के सदस्य रहे हैं। पार्टी ने इस बार उन्हें लोकसभा का प्रत्याशी बनाया और मजबूती से चुनाव लड़े। ऐतिहासिक वोट से उन्होंने जीत दर्ज की है। दक्षिण विधानसभा के हर एक व्यक्ति से उनके व्यक्तिगत संबंध हैं। कार्यकर्ताओं की अपनी इच्छा है। पार्टी किसी एक को ही प्रत्याशी तय करेगी। जिसे भी प्रत्याशी तय करेगी निश्चित रूप से सब लोग मिलकर उसे जीताने का काम करेंगे।
दक्षिण विधानसभा सीट को लेकर कांग्रेस भी तैयारी में है। इस सीट पर कांग्रेस कभी नहीं जीती। इस बार पार्टी को उम्मीद ज्यादा है। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि सर्वे किया जा रहा है। हर वार्ड से फीडबैक जुटाया जा रहा है।
कांग्रेस ने 9 सदस्यीय चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया है। इसमें 6 पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायक समेत कई वरिष्ठ नेताओं को जवाबदारी दी गई है। इनमें पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, रविन्द्र चौबे, मोहन मरकाम, शिव डहरिया, जयसिंह अग्रवाल, पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा, और उधो राम वर्मा शामिल हैं। दक्षिण सीट से कांग्रेस के लगभग दर्जन भर नेता दावेदारी कर रहे हैं, लेकिन प्रत्याशी के लिए दो नाम प्रमोद दुबे और कन्हैया अग्रवाल की चर्चा सबसे ज्यादा है। सचिन पायलट भी इस सीट पर उम्मीदवारों को मॉनिटर कर रहे हैं। रायपुर दक्षिण में बदली परिस्थितियों में कांग्रेस सभी संभावनाएं टटोल रही है। बृजमोहन अग्रवाल को केंद्र में मंत्री नहीं बनाए जाने के कारण कांग्रेस इस सीट को लेकर थोड़ी ज्यादा आश्वस्त नजर आ रही है। उपचुनाव एक तरह से विपक्ष के लिए बड़ी चुनौती भी है। पार्टी के नेता और रणनीतिकार मानते हैं कि उपचुनाव में उन्हें सीधे सरकार से ही जूझना होगा।
रायपुर दक्षिण उपचुनाव : बीजेपी से 3 नाम तय
दिल्ली में लगेगा अंतिम मुहर, जो प्रत्याशी बनेगा, जीतेगा : उप मुख्यमंत्री अरूण साव
