सारंगढ़। कुछ दिनों पूर्व अस्पताल में इलाज कराने गए बंदी के फरार होने के बाद अब सरकारी वाहन की चोरी की घटना सामने आई है। जेलर एसएल. जांगड़े का किसी पर कोई नियंत्रण नही रहा। स्थानीय होने के कारण कोई इनको तवज्जो नहीं दे रहें हैं और स्वयं भी कार्यों में रुचि नही ले रहे। यही वजह है की शास. कार्यों के लिए वाहन का उपयोग ना कर निजी कार्य और परिवारजनों को घुमानें जेल प्रहरी उपयोग कर रहे हैं। यह खुलासा वाहन चोरी होने के बाद थाना में दर्ज कराई गई रिपोर्ट ब्यां कर रही है।
विदित हो कि उपजेल सारंगढ़ मे जेलर को शा. कार्यों के लिए मिली मोटर सायकल क्रमांक ष्टत्र 02 -5188 को जेल प्रहरी भुनेश्वर पैंकरा 6 अक्टूबर को टिमरलगा लेकर नाथल दाई मंदिर गया था। जहां शा. मोटर सायकिल किसी अज्ञात चोर ने चोरी कर ली। प्रहरी ने मामले की शिकायत सिटी कोतवाली थाना में दर्ज करायी है, फिलहाल पुलिस जाँच में जुटी है। जेल वाहन का उपयोग निजी कार्यों के लिए नही होता ऐसे में वाहन को निजी कार्य के लिए दिया जाना प्रहरी के साथ जेलर की भी लापरवाही को दर्शाता है, जिसे उच्च अधिकारियों को संज्ञान में लेने की आवश्यकता है। इस मामले मे प्रभारी अधीक्षक डॉ. आरएल. सिदार से दूर भाष से चर्चा की गई जिसमें उन्होंने उच्चाधिकारियों के बाद कार्यवाही की बात कही है।