रायपुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की न्याय यात्रा का आज दूसरा दिन है। कसडोल से यात्रा आज लवन के लिए निकली है। पहले दिन गिरौदपुरी से शुरू हुई इस यात्रा में कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्रियों ने दूरी बना ली। दीपक बैज को दिग्गजों ने पदयात्रा में अकेले छोड़ वापस लौट गए। वहीं नेताओं के साथ फोटो खिंचाने को लेकर कार्यकर्ता भिड़ पड़े। इस दौरान गिरौदपुरी में दीपक बैज ने कहा था कि छत्तीसगढ़ जल रहा है। इस पर सीएम साय ने दुर्ग में कहा कि कांग्रेस 5 साल में सत्ता से बाहर आ गई। अगर अच्छे काम किए होते तो जनमत एक होता। कांग्रेस को आत्मचिंतन की जरूरत है। वहीं बीजेपी नेताओं ने यात्रा को नौटंकी बताया है। दरअसल, न्याय यात्रा शुक्रवार सुबह 11 बजे गिरौदपुरी से शुरू हुई। यात्रा सुबह 9 बजे से शुरू होनी थी, लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं के समय पर नहीं पहुंचने से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को उनका इंतजार करना पड़ा। तय समय के बाद भी जब कई कांग्रेस नेता गिरौदपुरी नहीं पहुंचे, तो प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के साथ गिरौदपुरी में पूजा-अर्चना की और यात्रा शुरू करने की बात कही। दीपक बैज ने कवर्धा पुलिस कस्टडी में हुई मौत पर हत्या का केस दर्ज करने की बात कही और कहा बलौदाबाजार आगजनी, अमर गुफा जैतखाम विवाद, विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी और कवर्धा कांड जैसे संवेदनशील मुद्दों को जनता को बताएंगे। गिरौदपुरी से 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित सतनामी समाज के भवन को कांग्रेस नेताओं ने अस्थाई कार्यालय बनाया था। यहां पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस नेताओं ने साय सरकार के खिलाफ पर बयानबाजी की। ध्वजारोहण करके न्याय यात्रा पर निकले। न्याय यात्रा निकलने के दौरान कांग्रेस नेताओं में तालमेल की कमी दिखी।
यात्रा शुरू होने के दौरान कांग्रेस नेता दीपक बैज, टीएस सिंहदेव, चरणदास महंत, शिव डहरिया, ज्योत्सना महंत, प्रमोद दुबे, विकास उपाध्याय समेत अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक साथ यात्रा शुरू की थी। लेकिन यात्रा के आधे घंटे बाद ही कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता दीपक बैज को पीछे छोडक़र आगे बढ़ गए। दीपक बैज को अकेला देखकर उनसे जुड़े लोगों ने उनके ईद-गिर्द घेरा बनाया और यात्रा में नारेबाजी शुरू की। पहले पड़ाव तक कुछ विधायकों को छोड़ दें, तो केवल कार्यकर्ता, जिले और प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ ही दीपक बैज चले।
कांग्रेस न्याय यात्रा के मद्देनजर शुक्रवार को 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। पीसीसी चीफ जिस रूट से निकले, उस रूट की पूरी जांच बम स्क्वायड टीम ने यात्रा से पहले की। जांच के बाद दूसरे जिलों से आने वाली कई गाडिय़ों को गिरौदपुरी से 5 किलोमीटर दूर तक रोक दिया। पुलिस की जांच और गाडिय़ों के कारण रास्ता ब्लॉक होने से नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और सांसद ज्योत्सना महंत भी ट्रैफिक जाम में फंस गए। रास्ता बंद होने के कारण वो गिरौदपुरी धाम नहीं पहुंच पाए और प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीधे शामिल हुए। यात्रा के दौरान बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचाने की होड़ पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं में दिखा। इस होड़ में कई कार्यकर्ताओं का प्रभारियों से विवाद हुआ। विवाद का असर यात्रा पर ना पड़े, इसलिए कुछ नेता बीच-बचाव करते दिखे। न्याय यात्रा के दौरान गिरौदपुरी से लेकर कसडोल तक यातायात व्यवस्था बदहाल रही, जिस इलाके से यात्रा गुजरी, वहां वैकल्पिक रास्ता नहीं होने के कारण लोग फंसे दिखे। यात्रा के दौरान स्कूली बच्चों की वैन भी फंस गई, जो यात्रा गुजरने तक वहीं पर खड़ी रही। भाजपा प्रवक्ता केदार गुप्ता ने भी न्याय यात्रा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, कि यात्रा से पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व मंत्री और विधायक गायब दिखे। पूर्व आबकारी मंत्री को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुर्सी नहीं मिली। नेता प्रतिपक्ष महंत यात्रा में पहुंचे, लेकिन कुछ देर बाद ही वो गाड़ी में बैठकर वापस चले गए। कांग्रेस में गुटबाजी साफ दिख रही है। ये दीपक बैज की नौटंकी यात्रा थी।
कांग्रेस न्याय-यात्रा : विधायक और पूर्व मंत्रियों ने बनाई दूरी
बैज को दिग्गजों ने पदयात्रा में अकेले छोड़ा, फोटो के लिए भिड़े, बीजेपी ने बताया नौटंकी यात्रा
