भिलाई। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि धन्वंतरि जेनरिक मेडिकल स्टोर अस्पताल परिसर से हटाए जाएंगे। उनकी जगह प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खुलेंगे। वहां लोगों को कम दाम में जेनेरिक दवाएं मिलेंगी। हालांकि उन्होंने धन्वतरि मेडिकल स्टोर बंद करने की बात को गलत बताया।
स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल गुरुवार को दुर्ग दौरे पर थे। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश में फिर से महतारी वंदन योजना के फॉर्म भरे जाएंगे। इससे पहले सुपेला अस्पताल निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां संचालित धन्वंतरि मेडिकल स्टोर को हटाने के निर्देश दिए। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने गुरुवार रात 8 बजे अचानक लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला पहुंच गए। इस दौरान भिलाई नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष भोजराज भोजू ने अस्पताल के अंदर खुले ओएसटी सेंटर (ओरल सब्सटीट्यूशन थेरेपी) को सुरक्षा पर खतरा बताया। स्वास्थ्य मंत्री ने दुर्ग सीएमएचओ को निर्देश दिया को ओएसटी सेंटर को हटाया जाए। इसके साथ ही उन्होंने उन्हें अस्पताल में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की बात कही। उन्होंने अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पीयम सिंह को कहा कि अगली बार उन्हें अस्पताल के बाहर जन औषधि केंद्र चमचमाता हुआ दिखना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री इसके बाद चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज कचादुंर दौरा करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज का कैंपस और बिल्डिंग बेहतर है, लेकिन वहां ना तो सुविधाएं है ना मरीज हैं। ऐसे में वहां मेडिकल स्टूडेंट कैसे पढ़ाई करते होंगे। उन्होंने एडीएम बजरंग दुबे को निर्देश दिया कि वो अस्पताल तक पहुंच मार्ग का बजट बनाएं। इसके साथ ही वहां हेजार्ट लाइट लगाएं। स्वास्थ्य मंत्री ने जल्द ही यहां 8 करोड़ की लागत से सिटी स्कैन मशीन लगाने की बात कही। इसके लिए वो खुद के मद और डीएमएफ फंड से राशि देंगे। उन्होंने कहा कि सीएम मेडिकल कॉलेज के लिए 50 के करीब मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर की नियुक्ति कर दी गई है। राज्य सरकार ने उस हॉस्पिटल को ले लिया है। जल्द ही वहां सीजीएमएचसी की टीम आएगी और देखेगी की वहां किन चिकित्सकीय सुविधाओं की बढ़ोतरी करनी है।
दौरे के दौरान सीएम मेडिकल कॉलेज में केवल एक-दो डॉक्टर ही अस्पताल में मिले। उन्होंने डॉक्टर से कहा कि एमएस को बुलाओ। मंत्री के कई बार पूछने के बाद भी एमएस वहां नहीं पहुंचे। इसके बाद मंत्री खुद यह बोलकर निकल गए की जल्द ही वो यहां का दौरा करेंगे, तब उनसे मिलेंगे। छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती भूपेश सरकार ने सस्ती जेनरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए करीब 3 साल पहले श्री धनवंतरी दवा योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत प्रदेश के 169 शहरों में 188 मेडिकल स्टोर्स खोले गए थे। इन दुकानों से दवा के अधिकतम खुदरा बिक्री मूल्य (कीमत) में 50 प्रतिशत से अधिक की छूट दी जाती थी।
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों से हटेंगे धन्वंतरि मेडिकल स्टोर
स्वास्थ्य मंत्री बोले- पीएम जन औषधि केंद्र खुलेंगे, फिर भर सकेंगे महतारी वंदन योजना फॉर्म
