सारंगढ़। कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू की अध्यक्षता में कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सोमवार को अपरान्ह में स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता विषय पर जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित किए। यह आयोजन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की अगुवाई में हुआ। कलेक्टर ने सरकारी संस्थाओं, विभागों, सामाजिक संस्थाओं, स्कूलों, कालेजों,एनसीसी, एनएस एस, स्काउट, नागरिकों, ननि, ग्रापं, स्वच्छता दीदियों, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को कहा कि वे स्वच्छता को स्वभाव में शामिलकर उदा. प्रस्तुत करें।कलेक्टर धर्मेश साहू ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना, स्वच्छता को बढ़ावा देने पर जोर और स्वच्छता को एक संस्कार के रूप में अपनाना है। अभियान को सफल बनाने के लिए नारा लेखन प्रतियोगिता, रैली, सफाई अभियान, नुक्कड़ नाटक आदि माध्यमों से जन जागरूकता किया जाएगा। कलेक्टर ने आगे कहा कि – अपने आसपास को स्वच्छ बनाने में अपने महती योग दान देने की जरूरत है। इस अभियान के अंतर्गत स्कूल, कॉलेजों सहित सभी सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों व सफाई अभियान का आयोजन किया जाएगा। यह अभियान एक राष्ट्रव्यापी स्वच्छता पहल है, जो एक पखवाड़े तक 17 सितंबर, 2024 से शुरू होकर 2 अक्टूबर 2024 संचालित होगा। कलेक्टर ने जिले के सभी नागरिकों, किसानों, महिलाओं और व्यापारियों से अपील किया है कि वे राष्ट्र को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य को पूरा करने में अपने आसपास को स्वच्छ रखकर इस मिशन को सफल बनाने में आपस में सहयोग करें और स्वच्छ भारत के परिकल्पना को साकार करें। इस अवसर पर पंचायत, नगरीय निकाय, स्कूल शिक्षा, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास आदि विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान का एक दशक पूरा हो गया है। यह एक पहल है जो वर्ष 2014 में अपनी शुरुआत के बाद से गांधी जयंती के अवसर पर प्रत्येक वर्ष मनाई जाती है। पूरे भारत में स्वच्छता और सफाई को प्रोत्साहन देने के सरकार के चल रहे मिशन में महत्वपूर्ण योगदान देगा। यह अभियान व्यवहार के हिस्से के रूप में स्वच्छता को प्रोत्साहन देने पर बल देता है। जन भागीदारी (सार्वजनिक भागीदारी), स्वच्छता हासिल करना, और सफाई मित्रों, स्वच्छता कार्यकर्ताओं और अन्य हितधारकों को मान्यता प्रदान करना, जो पिछले दशक में कार्यक्रम के अभिन्न अंग रहे हैं। एक पखवाड़े तक चलने वाले इस अभियान में जिला प्रशासन और राज्य सरकारों की व्यापक भागीदारी होगी, जिससे देश भर में स्वच्छता के प्रति एक सहयोगात्मक और समन्वित दृष्टिकोण सुनिश्चित होगा। इस अभियान की सफलता भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में सरकारी अधिकारी, गैर सरकारी संगठनों, कॉरपोरेट्स से लेकर आम नागरिकों तक प्रत्येक हितधारक के सामूहिक प्रयासों पर निर्भर करती है। स्वच्छता अभियान में गांव, शहर, अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों की सफाई करना, कूड़ा-कचरा प्रबंधन की व्यवस्था करना, जल संचयन और संरक्षण के लिए कार्य करना, स्वच्छता संबंधी जागरूकता अभियान चलाना, बच्चों को स्वच्छता के बारे में शिक्षित करना, माताओं और बच्चों को भाग लेने के लिए प्रेरित करना, स्वच्छता संबंधी कार्यों के लिए सहयोग करना। इन कार्यों को करने से स्वच्छता अभियान में सभी की भागीदारी हो सकती है और समाज में स्वच्छता में सुधार लाया जा सकता है।
कलेक्टर साहू ने ली स्वच्छता ही सेवा अभियान के लिए बैठक
