रायगढ़। बलरामपुर जिले से एक साल पहले लापता हुई महिला और दो बेटियों का शव रायगढ़ जिले में मिला था। पति ने शिनाख्त कर उनका अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन 4 महीने पहले महिला अपने दोनों बेटियों के साथ झारखंड मायके वापस लौट आई। इसके बाद महिला पति के घर पहुंची। पति ने इसकी सूचना रायगढ़ की खरसिया पुलिस को दी। रायगढ़ पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि एक साल पहले मिली महिला और दो बच्चियों की लाश किसकी थी।
जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले के पस्ता थाना अंतर्गत बासेन में रहकर टेलर का काम करने वाले अबुल हसन की पत्नी राबिया अपनी दो बेटियों सीजरा परवीन (6) और गुलस्ता परवीन (3) को लेकर 08 अगस्त 2023 को घर से निकल गई। उसका मोबाइल भी बंद मिला। परेशान अबुल हसन ने रिश्तेदारों के घर पूछताछ के बाद तीनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट पस्ता थाने में दर्ज कराई। तीनों की गुमशुदगी कर जांच कर रही पस्ता पुलिस को रायगढ़ पुलिस ने 14 अगस्त 2023 को एक महिला और दो बच्चियों का शव खरसिया के देहजरी स्थित नदी में मिलने की सूचना मिली। फोटो देखकर अबुल हसन से तीनों की शिनाख्त करने के लिए कहा गया। अबुल हसन को लेकर पुलिस खरसिया भी पहुंची। कुछ संदेह के बीच सडऩे की स्थिति में आ चुके शवों की पहचान अबुल हसन ने राबिया और दोनों बेटियों के रूप में की। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के बाद अबुल हसन को सौंपा। अबुल हसन ने तीनों का अंतिम संस्कार भी कर दिया। इसके बाद अबुल हसन वापस घर बासेन आ गया। टेलरिंग का काम बेहतर नहीं चलने से वह कुसमी आ गया और वहीं काम करने लगा।करीब चार माह पहले राबिया अपनी दोनों बेटियों के साथ वापस मायके झारखंड लौट आई। महिला ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। पति से विवाद होने के बाद वह घर से निकल गई और अंबिकापुर आ गई। यहां से वह अंबिकापुर-जबलपुर ट्रेन में सवार हो गई। महिला ने बताया कि कुछ दलालों ने उसे, बच्चों सहित राजस्थान पहुंचा दिया। जहां वह बंधक बन गई। वहां उसे काम के पर्याप्त पैसे भी नहीं मिले। वह किसी तरह वहां से बच्चों को लेकर भाग निकली और झारखंड पहुंच गई। एक माह पहले ससुराल वालों ने उन्हें कुसमी पहुंचा दिया।
भरोसा नहीं था वापस आएंगे
अबुल हसन ने कहा कि शवों को देखकर शंका हुई थी। हालांकि, शव इस हालत में नहीं थे कि बारीकी से शिनाख्त की जा सके। हालांकि, उसने पत्नी व बच्चों के वापस लौटने की उम्मीद छोड़ दी थी। अब वे लौट आए हैं तो खुशी है।
मृतकों की शिनाख्त की कोशिश
अपनी पत्नी और बच्चों के लौट आने की सूचना अबुल हसन ने पस्ता थाने में दी। उनके माध्यम से सूचना रायगढ़ पुलिस को दी गई। रायगढ़ पुलिस ने कुसमी पहुंचकर इसकी शिनाख्त भी की। रायगढ़ पुलिस के लिए परेशानी बढ़ गई है कि खरसिया में मिले महिला और बच्चों के शव किसके थे।
शवों के शिनाख्त की फिर होगी कोशिश-एएसपी
रायगढ़ एएसपी आकाश मरकाम ने कहा कि खरसिया में एक वर्ष पूर्व मिले शवों की शिनाख्त अबुल हसन ने की थी। अब उसकी पत्नी और दोनों बेटियां लौट आई हैं। एक सप्ताह पूर्व ही इसकी सूचना मिली तो रायगढ़ पुलिस ने इसकी तस्दीक कर ली है। अब खरसिया की नदी में मिले शवों की शिनाख्त की कोशिश फिर से की जाएगी। र्शी है वह संगठन को ही सर्वोपरि मानती है भले कुछ कारणवश उसे देर हो जाती है पर उसके कार्यकर्ताओं के लिए सबेर जरूर आती है।