रायगढ़। 6 साल बाद रायगढ़ में एक बार फिर डायमंड सर्कस आ चुका है। यह सर्कस रायगढ़ के सावित्री नगर मौदहापारा में संचालित है।जिसमें देश के मणिपुर, असम,बंगाल के अलावा अफ्रीका, इथोपिया जैसे विदेशों से भी कलाकार शामिल हैं। आज के दौर में जानवरों के बिना सर्कस का संचालन करना किसी चुनौती से कम नही है। मगर इसके बावजूद सर्कस के कलाकारों के साथ मिलकर कुछ विदेशी कलाकारों को अपने साथ जोडक़र सर्कस को न केवल जिंदा रखा गया है बल्कि इस दौर में भी सर्कस देखने वाले लोगों को भरपूर मनोंरंजन परोस रहे हैं।
सर्कस के मैनेजर एम डी हुसैन ने जानकारी देते हुए बताया कि यह डायमंड सर्कस इससे पहले भी 3बार रायगढ़ में संचालित किया गया था जिसमें लोगों का रिस्पॉन्स काफी अच्छा रहा,उन्हें उम्मीद है कि इस बार भी लोग सर्कस देखने अधिक संख्या में पहुंचेंगे और पसंद भी करेंगे।
सर्कस रोजाना तीन शो में संचालित किया जाता है।जिसमें कुल 22 लोग करतब दिखाकर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इसमें 3 बजे से 5 बजे तक, शाम 5 से 7 और 7 से रात 9 बजे तक शो होंगे।
ट्यूब और विभिन्न सोशल साइट पर ढेर सारी मनोरंजन सामग्री परोसे जाने के बाद सर्कस का अस्तित्व बने रहना आश्चर्यजनक लगता है,बावजूद इसके सर्कस का आकर्षण आज भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। एमडी हुसैन बताते हैं कि वे कई सालों से सर्कस का व्यवसाय कर रहे हैं उनके साथ जुड़े लोगों ने कमाई अधिक ना होने के कारण धीरे धीरे दूसरे व्यवसायों का रुख कर लिया लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए क्योंकि वे इस व्यवसाय में पारंगत हो चुके हैं और दूसरे व्यवसायों की जानकारी उतनी अधिक नहीं हैं इसलिए वे सर्कस के साथ ही जुड़े रहे, वे सर्कस की आखिरी पीढ़ी हैं क्योंकि इसके बाद शायद सर्कस का अस्तित्व बरकरार रखने वाला कोई नहीं है।