रायगढ़। आठ माह के गर्भवती महिला को चार दिन पहले मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर निवासी मोनी कुर्रे पति चंदन कुर्रे (18 वर्ष) की अभी एक साल पहले ही शादी हुई थी। जिससे वह आठ माह से गर्भवती थी। ऐसे में दो जुलाई को उसे लेबर पेन हुआ तो परिजनों ने उपचार के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार चल रहा था। इस दौरान महिला ने बच्चे को जन्म नहीं दे पाई, जिससे उसकी तबीयत गंभीर होने लगी और शाम करीब चार बजे जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई। ऐसे में जब परिजनों ने मौत के कारण जानने का प्रयास किया तो उसे बताया गया कि महिला को झटका आने लगी थी, जिससे उसकी मौत हो गई, लेकिन परिजनों का कहना था कि मोनी को किसी प्रकार की झटका नहीं आया था, साथ ही उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, ऐसे में अगर समय रहते उसे आईसीयू में भर्ती किया गया होता तो उसकी जान बच जाती। वहीं शनिवार को अस्पताल से भेजी गई तहरीर पर चक्रधरनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनेां को सौँप दिया है। वहीं पुलिस का कहना है कि अब पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
पोष्टमार्टम के लिए भी होते रहे परेशान
इस संबंध में मृतक के परिजनों का कहना था कि मोनी कुर्रे की शुक्रवार शाम को ही मौत हो गई थी। जिससे तहरीर तो थाना पहुंच गया था, लेकिन शनिवार दोपहर एक बजे तक थाना से कोई भी कर्मचारी नहीं आया, जिससे काफी समस्या हुई। वहीं कई बार थाना का चक्कर काटने के बाद काफी विलंब से पुलिस जिला अस्पताल पहुंची, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मेकाहारा में लापरवाही का शिकार हुई प्रसुता
उपचार के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत
