रायपुर। छत्तीसगढ़ में मितानिन के रूप में काम कर रही महिलाओं को अब मानदेय के लिए कहीं भटकने की जरूरत नहीं होगी। सरकार की ओर से मितानिनों के मानदेय का भुगतान अब से सीधे उनके खाते में किया जाएगा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मितानिन बहनें मानदेय के लिए परेशान ना हो सरकार, विभाग इसके लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
सरकार की इस नई पहल के तहत मितानिन महिलाओं के मानदेय का भुगतान प्रदेश सरकार की महतारी वंदन योजना के तर्ज पर किया जाएगा। जैसे प्रदेश की महिलाओं के खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं वैसे ही मितानिनों का मानदेय भी सीधे ऑनलाइन उनके खातों में ट्रांसफर किए जाएंगे।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य की लाखों मितानिन बहनों को एक बड़ी सौगात देने की बात कही है। मुख्यमंत्री साय ने कहा है कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरूस्त रखने में मितानिन बहनों का बहुत बड़ा योगदान है। ऐसे में उनका खयाल रखना राज्य का कर्तव्य है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर अब राज्य की मितानिन बहनों को महतारी वंदन योजना की तर्ज पर हर माह उनका मानदेय बैंक खाते में मिलने लगेगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री को दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि बहुत जल्द ही मितानिन बहनों को ऑनलाइन बैंक खाते में भुगतान मिलने लगेगा। मंत्री जायसवाल ने कहा कि इसकी शुरूआत मुख्यमंत्री साय के हाथों से होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ को स्वस्थ छत्तीसगढ़ बनाने की संकल्पना पर काम कर रहे हैं और इसके लिए प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार सुधार आ रहा है, जो निरंतर जारी रहेगा।