रायगढ़। नवतपा खत्म होने के बाद अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट तो आई है, लेकिन उमस भरी गर्मी के चलते लोगों की परेशानी बढऩे लगी है। ऐसे में जब तक एक बार अच्छी बारिश नहीं हो जाती तब तक कुछ खास राहत मिलने की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताहभर से अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री गिरावट आई है, लेकिन इस बीच गुरुवार को सुबह से निकली चिलचिलाती धूप के चलते अधिकतम तापमान 40 डिग्री पहुंचा गया था, लेकिन बीच-बीच में हल्की बादल आने के कारण कुछ खास समस्या नहीं थी, लेकिन वहीं शाम करीब चार बजे अचानक मौमस में बदलाव हुआ और हल्की बारिश हुई, जिससे कुछ देर तक गर्मी से राहत मिली, लेकिन उसके बाद हवा बंद होते ही उमस से लोग बेहाल नजर आए। जिससे शाम होते ही उमस से राहत पाने के लिए लोग गार्डन व खुले स्थान में पहुंचने लगे थे, लेकिन ज्यादा देर तक वहां भी नहीं रह सके। ऐसे में अब जब तक मानसून नहीं आ जाता, तब तक गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो अगले तीन-चार दिनों में मध्य अरब सागर के कुछ हिस्से, कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश के शेष भागों, व महाराष्ट्र के कुछ हिस्से सहित उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ भाग में मानूसन बढऩे के लिए परिस्थितियां अनुकुल बन रही है। जिससे अभी बीच-बीच में प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। साथ ही कुछ जगह तेज हवा भी चलने की संभावना है, जिससे जिले में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
सेहत को लेकर रहे अलर्ट
उल्लेखनीय है कि अब फिर से मौसम में बदलाव होना शुरू हो गया है। क्योंकि अभी तक जिला भीषण गर्मी व लू के चपेट में था, लेकिन नवतपा खत्म होने के बाद अब अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट तो आई है, लेकिन अब उमस भरी गर्मी शुरू हो गई है। ऐसे मेें विशेषज्ञों के अनुसार अब लोागों को खान-पान को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि उमस के चलते खाद्य पदार्थ जल्दी ही खराब होने लगता है, जिसके सेवन से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में कोई भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले उसकी जांच -परख कर ले तभी सेवन करें। साथ ही अगर किसी व्यक्ति को उल्टी-दस्त सहित अन्य किसी भी तरह की समस्या आती है तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर जांच कराएं।
सुबह से तेज धूप व शाम को बूंदाबांदी ने बढ़ाई उमस
उमस के चलते सेहत पर भी पड़ रहा असर
