जशपुरनगर। चश्मा को निकाल देने की बात पर उपजे विवाद को लेकर बस एजेंट ने वृद्ध की लात, घूसों से बेदम पिटाई कर दी जिससे उसके सिर, माथा में गंभर रूप से चोंट आई उपचार हेतु वृद्ध को जिला अस्पताल जशपुर में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की रिर्पोट व अस्पताल से भेजी गई तहरीर व पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर आरोपी बस एजेंट गोविन्द प्रधान उर्फ भोला के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक गत 31 मई 2024 को जशपुर थाना क्षेत्र के बनियाटोली निवासी किशन कुमार गुप्ता (34 वर्ष) ने कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि 30 मई 2024 को किसी कार्य से गुमला गया हुआ था, रात्रि करीबन 09 बजे वापस घर में आया तो इसकी मॉं ने इसे बताया कि आज शाम लगभग 4 बजे इसके पिता नंद कुमार गुप्ता को बस स्टैंड जशपुर में गोविन्द प्रधान उर्फ भोला मारपीट किया है, जिससे उनके सिर एवं नाक से खून निकला है, अस्पताल में भर्ती हैं, तब प्रार्थी अपनी मॉं को लेकर जिला अस्पताल जशपुर आया तो देखा कि उनके पिता को आक्सीजन लगा था, बातचीत नहीं कर रहे थे, उनके सिर, माथा में चोंट लगकर खून निकला था। रात्रि लगभग 10:30 बजे प्रार्थी बस स्टैंड जशपुर जाकर अन्य बस एजेंटों से अपने पिता के बारे में पूछा तो वे बताये कि शाम लगभग 04 बजे तुम्हारे पिता ने गोविन्द प्रधान उर्फ भोला के पहने हुये चश्मा को खींचकर निकाल दिया था जिससे गोविन्द प्रधान उर्फ भोला नाराज होकर विवाद करते हुये झापड़ से मारा जिससे वे गिर गये जिससे उनके सिर, माथा में चोंट आकर खून बहने लगा घायल को तत्काल ईलाज हेतु अस्पताल भेजा गया था। ईलाज के दौरान आज प्रात: में नंद कुमार गुप्ता की मृत्यू हो गई। प्रार्थी की उक्त रिपोर्ट पर गोविन्द प्रधान उर्फ भोला के विरूद्ध धारा 302 भा.दं.सं. का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
प्रकरण की विवेचना के दौरान पतासाजी कर अभियुक्त गोविन्द प्रधान उर्फ भोला को चंद घंटे में अभिरक्षा में लिया गया, पूछताछ में अभियुक्त ने उक्त घटना को घटित करना स्वीकार किया। अभियुक्त गोविन्द प्रधान उर्फ भोला उम्र 45 साल निवासी बिरसामुंडा चौक जशपुर के विरूद्ध अपराध सबूत पाये जाने पर उसे 31 मई 2024 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में निरीक्षक रविशंकर तिवारी, स.उ.नि. ईष्वर प्रसाद वारले, आर. बसंत खुंटिया, न.सै. रवि डनसेना, न.सै. थानेष्वर देशमुख का सराहनीय योगदान रहा है।