जशपुरनगर। कहा गया है की, किसी मजदूर को उसका मेहनताना समय पर दे देना अच्छा होता है, ताकि मेहनत करने वाले का परिवार भी खुशी-खुशी जीवन यापन करता रहे। मगर यहां सरकार के मजदूरों को ही बीते कई महीनो से इनका मेहनताना नहीं मिला है। जी हां हम बात कर रहे है ग्राम पंचायतों में काम करने वाले पंचायत सचिवों का, एक सचिव ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर जानकारी दी है , की जिले के सभी सचिवों को तनखाह बीते कई महीनो से नहीं मिली है, आलम यह है की दुकानदार भी अब उधारी देने से मना करने लगे हैं। सुबह से अपने घरों से कई मिल दूर सुदूर इलाकों में अपने ग्राम में काम करने वाले इन सरकार के मजदूरों को हालत ऐसे ही गई है की वे अपने बच्चो समेत परिवार के सदस्यों का अब ठीक से खयाल नहीं रख पा रहे हैं।चुनाव के वक्त एक और जहां सरकारें हर बिगड़े हालात बनाती नजर आ रही है, तो वहीं दूसरी ओर जिले में एक बहुत बड़े संख्या के पंचायत सचिवों को सरकार से तनखह ही नही मिल सकी है। एसे में कही उन पंचायत कर्मियों के मासूम बच्चों की आह इस सरकारी अमले में को ना लगे। मगर इन सब बातो से इनको क्या फर्क पड़ता है। बरहाल जिले में एक बड़ी सम्मास्य व्याप्त है। जिसके निराकरण के लिए सासन को इस और ध्यान आकर्षित करना चाहिए।
मार्च तक का सैलरी जा चुका है
मार्च तक की सैलरी जा चुकी है मैने खुद साइन किया है, कुछ लोगो को यदि नहीं मिली है तो कोई और तकनीकी समस्या होगी।
-अभिषेक कुमार सीईओ जिला पंचायत