रायगढ़। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत आज समुदाय के सहभागिता से डेंगू नियंत्रण करें थीम पर कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायगढ़ के सभा कक्ष में सीएमएचओ डॉ.चंद्रवंशी की उपस्थिति राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर समस्त शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में डेंगू पर जागरूकता कार्यक्रम आयेाजित की गई एवं डेंगू के रोकथाम, लक्षण तथा उपचार पर लोगों को जागरूक किया गया। वार्ड स्तर पर मितानिनों, महिला आरोग्य समिति के सदस्यों तथा समुदाय के लोगों के द्वारा रैली निकाली गई। समस्त मितानिन ट्रेनर एवं शहरी स्वास्थ्य स्टाफ की बैठक भी आयोजित की गई। जिसमें समुदाय स्तर पर डेंगू के रोकथाम एवं डेंगू के उपचार में मितानिनों की भूमिका एवं समुदाय स्तर पर किए जाने वाले विभिन्न गतिविधियों द्वारा निर्देश दिए गए साथ ही जनसामान्य से अपील कि गई की रायगढ़ जिला को डेंगू मुक्त बनाने में सहयोग प्रदान करें। इस दौरान डेंगू के संबध में जागरूक करने लोगों को पाम्पलेट का भी वितरण किया गया। राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.टी.जी. कुलवेदी ने डेंगू के लक्षण एवं बचाव के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डेंगू बीमारी एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। जिसके लक्षण में अचानक तेज सिर दर्द व तेज बुखार, मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द होना, आँखों के पीछे में दर्द होना, जी मिचलाना एवं उल्टी होना, गंभीर मामलों में नाक व मुंह से खुन आना, त्वचा पर चकत्ते उभरना आदि होता है। उन्होंने बचाव के संबंध में उपाय बताते हुए कहा कि डेंगू मच्छर से बचने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर के आस-पास साफ-सफाई रखनी चाहिए, नालियों में जला हुआ मोबिल, मिट्टी तेल का छिडक़ाव करनी चाहिए। हमेशा फूल आस्तीन के वस्त्र पहनना चाहिए, रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए, कुलर में स्थिर पडे हुए पानी का निष्कासन, टायर, नारियल खोल इत्यादि में ठहरे हुए पानी को खाली करना चाहिए। आम जनता डेंगू बीमारी से घबराए नही बल्कि जागरूक होकर सही समय पर इसका इलाज करवाये।