बिलासपुर। एसईसीएल प्रवास पर आए अपर सचिव कोयला मंत्रालय श्री एम नागराजू (भा.प्र.से.) ने गेवरा हाउस में एसईसीएल की समीक्षा बैठक ली जिसमें कोल इंडिया चेयरमैन श्री पीएम प्रसाद का विशिष्ट आतिथ्य रहा साथ ही सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा भी उपस्थित रहे।
बैठक में कोयला खनन एवं डिस्पैच से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। अपर सचिव श्री नागराजू ने एसईसीएल की मेगापरियोजनाओं से एफ़एमसी के जरिये ईको-फ्रेंडली तरीके से डिस्पैच, खदान विस्तार, ज़मीन अधिग्रहण तथा पुनर्स्थापन, कोयला खनन के लिए पर्यावरण-हितैषी सरफेस माइनर, कंटीन्यूअस माइनर, कोल क्रशिंग आदि पर ज़ोर दिया। बैठक के दौरान गेवरा, दीपका एवं कुसमुंडा मेगापरियोजनाओं की टीमों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से वर्ष 24-25 के लिए निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए योजनाओं की जानकारी दी।
आगमन पर अपर सचिव श्री एम नागराजू को सुरक्षा टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गर्मी के मौसम को देखते हुए अपर सचिव द्वारा स्थानीय सब्जी विक्रेताओं को वेल्फेयर किट का वितरण भी किया गया एवं पौधरोपण भी किया गया। इससे पहले कोल इंडिया चेयरमैन श्री पीएम प्रसाद के एसईसीएल पहुँचने पर सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा द्वारा उनका आत्मीय स्वागत किया गया।
समीक्षा बैठक में एसईसीएल निदेशकगण, मुख्यालय के विभागाध्यक्ष, क्षेत्रीय महाप्रबन्धकगण उपस्थित रहे। अपर सचिव एवं कोल इंडिया चेयरमैन श्री पीएम प्रसाद ने युवा अधिकारियों से किया सीधा संवाद, स्वयं के विकास एवं एक्सपोजऱ पर दिया ज़ोर
एसईसीएल प्रवास के दौरान आज अपरान्ह अपर सचिव कोयला मंत्रालय भारत सरकार श्री एम नागराजू एवं कोल इंडिया चेयरमैन श्री पीएम प्रसाद ने एसईसीएल के युवा अधिकारियों से गेवरा रीक्रिएशनल क्लब में सीधा संवाद किया। इस दौरान सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा एवं एसईसीएल निदेशकगण भी उपस्थित रहे।
अपने आरंभिक उद्बोधन में अपर सचिव श्री नागराजू ने कहा कि कोयला आज भी हमारे देश में ऊर्जा का एक विश्वसनीय स्रोत बना हुआ है तथा आने वाले समय में राष्ट्र निर्माण आप सभी की अहम भूमिका रहेगी। वहीं कोल इंडिया चेयरमैन श्री प्रसाद ने कहा कि कर्मचारी हित हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। इस अवसर पर अलग-अलग संवर्गों के युवा अधिकारियों ने अपने प्रश्न रखे तथा अपनी जिज्ञासाओं का समाधान किया। इससे पहले एसईसीएल प्रवास के दूसरे दिन अपर सचिव कोयला मंत्रालय श्री एम नागराजू (भा.प्र.से.) ने तडक़े गेवरा मेगा परियोजना का दौरा किया। खदान में उन्होंने डिपार्टमेंटल पैच एवं साइलो जाकर खनन एवं डिस्पैच गतिविधियों की समीक्षा की। वे ईको-फ्रेंडली रिपर पैच भी गए एवं ब्लास्टिंग-रहित ओबीआर के बारे में जानकारी ली।