रायगढ़। शहर की सडक़ों में पेंचवर्क के नाम पर हर साल लाखों रुपए खर्च किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी यह सडक़ एक साल भी नहीं चल रहा पा रहा है। ऐसे में अब केलो पुल से लेकर मिनीमाता चौक तक की गड्ढेयुक्त सडक़ की स्थिति ऐसी हो गई है कि इस मार्ग में दिन-रात धूल का गुब्बार उठ रहा है। जिससे राहगीरों के साथ-साथ यहां के व्यवसायी भी परेशान हो चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि शहर की सडक़ों के पेंचवर्क के लिए नगर निगम द्वारा हर साल लाखों रुपए खर्च किया जाता है, लेकिन यह सडक़ बरसात आते-आते फिर से जर्जर हालत में पहुंच जा रही है। जिससे के चलते कई माह तक राहगीरों के साथ-साथ सडक़ किनारे व्यवसाय करने वाले व्यवसायी परेशान होते हैं। ऐसे यही स्थिति केलो पुल से लेकर मिनीमाता चौक तक की स्थिति बनी है। इस सडक़ को हर साल गर्मी के दिनों में रिपेयर कराया जाता है, लेकिन कुछ ही माह चलने के बाद फिर से टूटने लगता है। जिसको लेकर इससे पहले कई बार गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए विरोध-प्रदर्शन भी किया जा चुका है, लेकिन इसके बाद भी स्थिति जस तस की बनी हुई है। वहीं अब तो ऐसी स्थिति हो गई है कि इस 200 मीटर की सडक़ जगह-जगह टूट चुकी है। साथ ही यह सडक़ जुटमिल होते हुए बाईपास को जोड़ती है, जिसके चलते इसमें दिन-रात वाहनों की रेलम-पेल लगी रहती है। जिसके चलते सुबह से लेकर रात तक यहां व्यवसाय करने वाले व्यवसायी धूल से परेशान हो रहे हैं। साथ ही कई बार तो सडक़ से उखड़ी गिट्टी भी वाहनों के चक्के से छिटककर दुकान तक पहुंच जाती है, जिससे चोट लगने का भी खतरा सताते रहता है। जिसको देखते हुए स्थानीय व्यवसायियों में आक्रोश पनपने लगा है।
गौरतलब हो कि इस मार्ग में नगर निगम द्वारा दर्जनों दुकान बनाकर किराया में दिया गया है, जिसमें कपड़ा से लेकर हर प्रकार के व्यवसायी व्यवसाय करते हैं। ऐसे में व्यवसायियों का कहना है कि दुकान में रखे कपड़े व अन्य सामान धुल से खराब हो रहा है। वहीं कई व्यवसायी कपड़ों को दुकान में टांगते हैं, ताकि ग्राहक उसे देखकर आएगा, लेकिन धूल के चलते कपड़े खराब हो जा रहा है। ऐसे में अब तो एक ही कपड़े को टांग कर रखते हैं, लेकिन इसके बाद भी अंदर रखे सामानों में धूल जा रहा है। ऐसे में इनका कहना है कि अगर यही स्थिति रही यहां व्यवसाय करने वाले लोग दमा सहित अन्य गंभीर बीमारियों के चपेट में आ सकते हैं।
राहगीर भी परेशान
इस संबंध में बरमकेला निवासी एक राहगीर ने बताया कि शहर के बाहर की सडक़ें तो अच्छी है, लेकिन जिला मुख्यालय की सडक़ काफी जर्जर हो गई है। ऐसे में रायगढ़ आने पर यहां की सडक़ों की खराब स्थिति के चलते धुल से परेशान होना पड़ता है। वहीं इन दिनों मिनीमाता चौक से केलो पुल तक की सडक़ जगह-जगह उखड़ चुका है, जिससे काफी दिक्कत होती है।
शहर की सडक़ें हुई जर्जर, अब धूल बढ़ा रही परेशानी
पेंचवर्क के नाम पर हर साल कर रहे लाखों रुपए खर्च, दुकान में रखे सामान भी हो रहा खराब
