तमनार। कर्मयोगी, उद्योगपति, राजनीतिज्ञ एवं समाजसेवी परम श्रद्धेय ’बाबूजी’ ओम प्रकाश जी जिंदल की 19 पुण्यतिथि 31 मार्च 2024 को उनके द्वारा समाज के विकास में किये गये पुनीत कार्यों को स्मरण करते हुए जिंदल परिवार, जेपीएल तमनार ने विनम्र श्रद्धांजली अर्पित की किया। इस अवसर पर उनके सामाजिक कार्यो को स्मरण करते हुए सम्पूर्ण दिवस विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिसमें ओपी जिंदल हॉस्पिटल सावित्रीनगर, तमनार में अति कुपोषित 22 बच्चों एवं 06 टीबी मरीजों को स्वास्थ्य परीक्षण व पोषाहार वितरण, 05 कीर्तन मण्डलियों को वाद्ययंत्र वितरण, नेत्रहीन बाल विद्या मंदिर अमलीडाही में सदभावना भेंट व भोजन व्यवस्था के साथ सावित्रीनगर स्थित बालाजी मंदिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन कर ’बाबूजी’ ओम प्रकाश जिंदल जी को श्रद्धासुमन अर्पित की गई।
सर्वप्रथम् सावित्रीनगर आवासीय परिसर में पूजन, हवन अनुष्ठान कर उन्हें स्मरण करने के पश्चात् जिंदल पावर लिमिटेड के प्रशासनिक भवन में नव प्रतिस्थापित ‘‘बाबूजी‘‘ के प्रतिमा के समक्ष छविनाथ सिंह, कार्यपालन निदेशक एवं यूनिट हेड, जेपीएल तमनार, संदीप सांगवान, उपाध्यक्ष, डी.के. भार्गव, कार्यकारी उपाध्यक्ष, आर.डी. कटरे, उपाध्यक्ष, अजित राय, सहायक उपाध्यक्ष, ए.के. सिंह, सहायक उपाध्यक्ष, एन.के. सिंह, सहायक उपाध्यक्ष, आर.पी. मिश्रा, सहायक उपाध्यक्ष, एस.के. गुप्ता, सहायक उपाध्यक्ष, ऋषिकेश शर्मा, महाप्रबंधक, सुदीप सिन्हा, महाप्रबंधक, आर.पी पाण्डेय विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ व कनिष्ठ प्रबंधकों के उपस्थिति में पुष्पार्पण व श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके जनहितैषी एवं विकास कार्यों को स्मरण किया।
पुण्यतिथि कार्यक्रम को प्रथमतया सम्बोधित करते हुए संदीप सांगवान ने कहा कि बाबूजी ओम प्रकाश जिंदल सामान्यत: एक सामान्य किसान होने के बावजूद अपने कठिन परिश्रम और कुछ कर गुजरने की चाह के बलबुते विकसित जिंदल समूह की स्थापना की। आज जिंदल समूह न केवल भारत वरन् पूरे विश्व में अग्रणी लौह व ऊर्जा उत्पादन करने वाली कंपनी के रूप में स्थापित हुई है। बाबूजी की सोच सदैव सबका साथ सबका विकास रही है, और इस नारे को लक्ष्य मानकर वे देश के नागरिकों के सम्पूर्ण विकास के लिए सदैव समर्पित रहे। उन्होनें कहा कि बाबूजी इस्पात जगत के पुरोधा व स्वच्छ राजनीति के शिखर पुरूष थे। किसान से सफल उद्योगपति, सुप्रसिद्ध समाजसेवी व कुशल राजनीतिज्ञ के रूप में ओमप्रकाश जिंदल जी ने जीवन की प्रत्येक कसौटी पर खरा उतरकर एक कर्मयोगी का जीवन व्यतीत किया। उनका जीवन समाज एवं आने वाली पीढिय़ों का सदैैव मार्गदर्शन करता रहेगा। इस दौरान अपने मुख्य आतिथ्य सारगर्भित सम्बोधन में छविनाथ सिंह ने कहा कि बाबूजी ओपी जिंदल जी बहुॅमुखी प्रतिभा के साक्षात् प्रतिमूर्ति थे। उनकी दूरदर्शिता का प्रत्यक्ष प्रमाण ही है कि इतने कम उम्र में जेएसपी समूह की स्थापना कर स्टील व ऊर्जा निर्माण के क्षेत्र समूचे विश्व को चमत्कृत कर दिया। आज जिंदल समूह न केवल भारत वरन् पूरे विश्व में अग्रणी लौह व ऊर्जा उत्पादन करने वाली कंपनी के रूप में स्थापित हो चुकी है। उन्होनें मनसा वाचा कर्मणा को अनुशरण करते हुए कठिन परिश्रम, निष्ठा व सच्चाई से प्रत्येक कार्य को उत्कृष्टता से संपादित कर अपने सपनों को साकार कर दिखाया। वह ऐसे व्यक्ति थे, जो हर कठिन परिस्थितियों को भी अपने लिए अनुकुल बनाया। उनके जनहितैषी विकास कार्यों का अनुशरण करना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि है। वहीं श्रद्धेय ’बाबूजी’ के पूण्यतिथि के अवसर पर पूरे दिन सामाजिक सरोकार के कार्य संपादित किये गये जिसमें ओपी जिंदल हॉस्पिटल सावित्रीनगर, तमनार में अति कुपोषित 22 बच्चों एवं 06 टीबी मरीजों को स्वास्थ्य परीक्षण व पोषाहार वितरण, 05 कीर्तन मण्डलियों तमनार, कचकोबा, माझापारा, पाता एवं चितवाही को वाद्ययंत्र वितरण, नेत्रहीन बाल विद्या मंदिर अमलीडाही में सदभावना भेंट व भोजन व्यवस्था के साथ संध्याकाल में श्रीबालाजी मदिर सावित्रीनगर में भजन संध्या का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान समस्त विभागाध्यक्ष व वरिष्ठ व कनिष्ठ कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान सम्पूर्ण कार्यक्रम का सफल मंच संचालन राजेश रावत, सहायक महाप्रबंधक, सीएसआर जेपीएल ने किया।