महाशिवरात्रि पर शिवालयों में भस्म आरती व रुद्राभिषेक
रायपुर। राजधानी रायपुर के शिवालयों में महाशिवरात्रि की तैयारी पूरी हो गई है। कल अलग-अलग मंदिरों से शिवजी की बारात निकाली जाएगी। महादेव घाट के बाबा हटकेश्वर नाथ मंदिर में विवाह की तीन दिवसीय रस्मों की शुरुआत बुधवार को हुई। इसमें गुरुवार को हल्दी और मेहंदी की रस्म भी हुई।
इससे एक दिन पहले गाजे-बाजे के साथ श्रद्धालुओं ने घाट से मिट्टी लाकर चुलमाटी की रस्म निभाई। रंग-बिरंगे कपड़ों और फूलों से उनका मंडप तैयार किया। इसी मंडप में श्रद्धालु विवाह के गीत गा रहे हैं। यहीं से कल बारात निकलेगी। मंदिर के महंत सुरेश गिरी ने बताया कि शुक्रवार को भगवान शंकर की बारात बैंड बाजे और धुमाल के साथ निकाली जाएगी। बारात लेकर सत्यम विहार जाएंगे। वहां दो घंटे के रीति-रिवाजों के साथ भगवान शंकर का विवाह माता पार्वती से संपन्न होगा। कल शाम 6.30 बजे बारात वापस मंदिर आएगी। यहां वर-वधु को मंडप में स्थापित कर कंकण मौर छोडऩे के बाद महा-आरती होगी। इसके बाद रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक रुद्राभिषेक पूजन होगा।
रायपुर के इन शिवालय में आयोजन
महा शिवरात्रि के मौके पर रायपुर के बूढ़ापारा के बूढ़ेश्वर नाथ, टिकरापारा के नरहरेश्वर नाथ, भाठागांव के नीलकंठेश्वर नाथ, कटोरा तालाब के योगेश्वर महादेव समेत सभी शिवालयों में तैयारियां चल रही हैं। मंदिर में कल (8 मार्च) सुबह 5 बजे रुद्राभिषेक शुरू होगा। इसके बाद भगवान शंकर की महाआरती होगी।
सरजू बांधा शमशान घाट विकास समिति के अध्यक्ष माधव लाल यादव कार्यालय सचिव गोवर्धन झावर ने बताया कि शिवरात्रि के दिन प्रात 5 बजे श्री सोमेश्वर महादेव मंदिर में सरजू बांधा तालाब किनारे, टिकरापारा में देशी गौ माता के कंडे से निर्मित भस्म से भस्म आरती कर महाशिवरात्रि की शुरुआत होगी। पंडित लक्ष्मी नारायण शर्मा मंत्रो उच्चारण के साथ विधि विधान से आरती करेंगे। बूढ़ेश्वर नाथ मंदिर में भगवान बूढ़ेश्वर नाथ चंद्रशेखर अवतार में दिखेंगे। शुक्रवार की सुबह 4 बजे भोलेनाथ के पंचामृत अभिषेक से महाशिवरात्रि उत्सव की शुरुआत हो जाएगी। अभिषेक व भस्म आरती के बाद मंदिर के पट खुलेंगे। मुख्य ट्रस्टी चंद्र प्रकाश व्यास ने बताया कि 12 बजे तक श्रद्धालु जलाभिषेक कर सकेंगे। शाम 4 बजे से चंद्रशेखर अवतार में महादेव के दर्शन होंगे।
5 प्रकार के फलों के रस से अभिषेक
नरैया तालाब के टिकरापारा स्थित नरहरेश्वर नाथ मंदिर में कल सुबह 5 प्रकार के फलों के रस, पंचामृत और दूध से रुद्र-अष्टाध्यायी अभिषेक कराया जाएगा। सुबह 10 बजे अखंड रामायण का पाठ होगा। पुजारी पंडित देवचरण शर्मा ने बताया कि दोपहर 3 बजे तक श्रद्धालु जलाभिषेक कर सकेंगे। शाम में भोलेनाथ का रजत शृंगार किया जाएगा। रात 8 बजे महाआरती होगी।