धरमजयगढ़। क्षेत्र में कूटरचित दस्तावेज के आधार पर लगभग 10 साल पहले मृत हो चुके व्यक्ति के नाम पर करीब 3 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में भू स्वामी के परिजनों की जानकारी के बिना जमीन की रजिस्ट्री करा ली गई। बाद में जब नामांतरण की प्रक्रिया शुरू हुई तब इस बात का खुलासा हुआ। धरमजयगढ़ पुलिस ने इस मामले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है और रजिस्ट्री में गवाह बनने वाले आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला इसलिए हाइप्रोफाइल हो गया है क्योंकि इस जमीन की खरीदी बीजेपी की एक महिला नेत्री चमेली सिदार, जो ग्राम पंचायत सरपंच भी हैं, के नाम पर हुई है। भाजपा के एक स्थानीय पदाधिकारी ने चमेली सिदार के बीजेपी नेत्री होने की पुष्टि की है।
दस्तावेज में कूटरचना कर जमीन खरीद बिक्री का यह मामला क्षेत्र के रूंवाफूल इलाके का है। जहां काशीराम के नाम पर भूमिस्वामी के हक की भूमि 124/1 रकबा 3.310 हेक्टयर भूमि में से 1.200 हेक्टेयर भूमि को भाजपा नेत्री चमेली सिदार के द्वारा काशीराम के जगह किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा कर रजिस्ट्री करा ली गई। जबकि काशीराम की मृत्य 2010 में ही हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक 5 मई 2022 को किसी अन्य व्यक्ति को काशीराम बनाकर रजिस्ट्री ऑफिस में खड़ा किया गया और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई। इस मामले की जब जांच हुई और धरमजयगढ़ थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। वहीं, धरमजयगढ़ थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इस पूरे फर्जीवाड़ा में शामिल एक आरोपी मनमोहन पिता मेहतर राठिया निवासी सिथरा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं, महिला आरोपी चमेली सिदार पति भानुप्रताप पिता शौकीलाल सिदार निवासी गेरवानी और सुरेश अग्रवाल पिता दुर्गाप्रसाद अग्रवाल निवासी गेरवानी सिदार फरार बताए जा रहे हैं। वहीं, इस पूरे मामले में संबंधित पटवारी देवशरण सिदार की भूमिका भी संदेह के दायरे में बताई जा रही है।
इस मामले के बारे में धरमजयगढ़ थाना प्रभारी अमित तिवारी ने फोन पर बताया कि मृतक के नाम पर किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा जमीन रजिस्ट्री के इस प्रकरण में आईपीसी की धारा 420 व धारा 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। टीआई ने बताया कि धोखाधड़ी में संलिप्त एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि आगे विवेचना के दौरान पाए गए साक्ष्यों के आधार पर इस मामले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
मृत व्यक्ति के नाम पर स्थित जमीन रजिस्ट्री का हाईप्रोफाइल मामला
