रायगढ़/सारंगढ़। गोमर्डा अभ्यारण्य काफी घना जंगल है और यहां कई तरह के वन्यप्राणी विचरण करते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी है कि हर किसी में जागरूकता हो। ताकि वन व वन्यप्राणियों को सुरक्षित व सरंक्षित रखा जा सके। इसी कड़ी में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें दुर्ग से आई वन्यजीव एक्सपर्ट व पूर्व वन्य जीव बोर्ड सदस्य ने विभागीय अमला को वन व वन्यप्राणियों की सुरक्षा के साथ ही जंगल को आग से बचाने व हाथियों से बचाव की कई जानकारी दी।
वन मंडल सारंगढ़ बिलाईगढ़ में वन मंडलाधिकारी गणेश यु आर की पहल पर अधीक्षक गोमर्डा कृष्णानु चंद्राकर व वन परिक्षेत्राधिकारी सुरेन्द्र कुमार अजय के द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन का किया गया। जिसमें दुर्ग से आई वन्यजीव एक्सपर्ट व पूर्व वन्य जीव बोर्ड सदस्य नेहा सेम्मुअल के द्वारा वन मंडल सारगढ़ बिलाईगढ़ के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों तथा हाथी मित्र दल को कई तरह की जानकारी दी गई। कार्यशाला के प्रथम दिवस मानव को वन्यप्राणी द्वंद क्या करे, क्या न करे के संबंध में विस्तृत रूप से प्रोजेक्ट टू के माध्यस से कैसे वन्य प्राणियों की सुरक्षा करनी है एवं स्वयं की सुरक्षा कैसे करनी है तथा गांव में जाकर वन्यप्राणियों से बचाव कैसे करे की जानकारी देने संबंधी प्रशिक्षण दिया गया।
हाथियों से बचाव के उपाए बताए
वर्तमान में गोमर्डा अभ्यारण्य सारंगढ़ में 25 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। ऐसे में विभागीय अमला को बताया गया कि जंगल से लगे सीमावर्ती गांव में जाकर ग्रामीणों को गांव में हाथी आ जाने पर हाथियों से दूरी बनाए रखने कहा जाए। साथ ही किसी प्रकार का शोरगुल न करने एवं हाथियों को छेड़छाड़ ना करने के संबंध में चर्चा किए जाने के लिए जानकारी दी गई तथा अग्नि से बचाव के लिए आवश्यक सुझाव दिए गए। कार्यशाला में अग्नि घटना से होने वाली क्षति के संबंध में भी विस्तृत चर्चा किया गया।
शिकार रोकथाम के संबंध में दी गई जानकारी
द्वितीय दिवस वन्यजीव एक्सपर्ट व पूर्व वन्य जीव बोर्ड सदस्य नेहा सेम्मुअल के द्वारा गोमर्डा अभ्यारण्य सारंगढ़ परिक्षेत्र के फील्ड में जाकर समस्त अधिकारी कर्मचारियों को कैसे वन्यप्राणियों के शिकार के लिए किस किस प्रकार का अस्त्र शस्त्र का प्रयोग किया जाता है, उसके संबंध में बताया गया। यह भी बताया गया कि किस प्रकार से किन किन स्थानों पर कौन कौन से वन्यप्राणियों के शिकार के लिए फंदा लगाया जाता है तथा वन्यप्राणियों के शिकार के लिए विद्युत लाईन बिछाई जाती है। उसके संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। इस प्रकार फिल्ड में विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें वन मंडल के सभी अधिकारी कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त किए।
वन व वन्यप्राणी की सुरक्षा के लिए दी गई जानकारी
दो दिवसीय कार्यशाला में वन्यजीव एक्सपर्ट ने विभागीय अमला को दिया प्रशिक्षण, हाथियों से बचाव के लिए दिए गए सुझाव
