रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2 मार्च से एक बार फिर मौसम के मिजाज में बदलाव देखने को मिल सकता है। कोरिया, पेंड्रा, मुंगेली और कबीरधाम जिले के एक दो जगहों पर गरज-चमक के साथ हल्की हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। मंगलवार को बिलासपुर, रायगढ़, राजनांदगांव और बालोद में बारिश और ओलावृष्टि के बाद से एक बार फिर ठंड का अहसास होने लगा है। अंबिकापुर में न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
पेंड्रा और बालोद में तेज बारिश के साथ ओले भी गिरे। कई जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली गुल रही। बालोद में 6.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई। खडग़वां में बेर के आकार के ओले गिरने से धान की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। तेज हवा के साथ 15 मिनट तक ओलों की बारिश से आम के और महुए के फूल भी झड़ गए हैं। रायपुर में रात से ही ठंडी हवाएं चलरही है। जिसके कारण दिन में गर्मी से राहत है।
मौसस वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के मुताबिक अगले 5 दिनों तक प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा। मंगलवार को डोंगरगढ़ जिला 34.9 डिग्री के साथ सबसे गर्म रहा। रायपुर में मंगलवार शाम और आज सुबह ठंडी हवाएं चलती रही। यहां अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22.3 डिग्री रिकार्ड किया गया। आज का तापमान 33 डिग्री और 21 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
सरगुजा संभाग में गिरे ओले
सरगुजा संभाग में मंगलवार को कोरिया मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में बारिश के साथ ओले गिरे हैं। जिससे सरगुजा में दिन और रात के तापमान में गिरावट हुई है। सरगुजा जिले में 29.6 डिग्री अधिकतम तापमान रहा। वहीं न्यूनतम पारा 14.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं मरवाही इलाके में मंगलवार को जमकर ओलावृष्टि से गेहूं, सब्जी, मुनगा और आम की फसल को नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत की खबर भी है।
बिलासपुर में हुई बारिश
बिलासपुर संभाग के एक दो जिलों में भी बारिश दर्ज की गई। रायगढ़ में गरज चमक के साथ छींटे पड़े। यहां दिन का तापमान 33 डिग्री रहा। जिले में रात का तापमान 19.9 डिग्री तक पहुंच गया है।