धरमजयगढ़। जिले के धरमजयगढ़ क्षेत्र अंतर्गत कुड़ेकेला गांव में गौ सेवा की दिशा में एक और अनुकरणीय पहल की गई है। जिसमें ग्राम पंचायत की सहमति से स्थानीय गौ रक्षा समिति के द्वारा पशुधन गाय व बैलों की सुरक्षा को लेकर गांव में बने गौठान का कायाकल्प करते हुए वहां मवेशियों के चारा पानी की व्यवस्था की गई है। बुधवार को ग्राम प्रधान व समिति के सदस्यों द्वारा जरूरतमंद मवेशियों की सुरक्षा के उद्देश्य से गांव में बने गौठान की समस्त जिम्मेदारी ली। इस दौरान वहां उपस्थित गौ रक्षा संगठन के अध्यक्ष व समाजसेवी ललेश अग्रवाल द्वारा लोगों को संदेश देते हुए कहा गया कि भारत ऋषि मुनियों साधु संतों का देश रहा है। जहां के ऋषी, मुनी व हमारे पूर्वज गाय को माता का दर्जा दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि सुनने व देखने मे आ रहा है कि क्षेत्र में कुछ असामाजिक लोगों के द्वारा गौ माता की तस्करी जैसे घृणित कार्य को अंजाम दे रहे हैं। जिन पर अंकुश लगाने के लिए जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए। बसंत पंचमी पर्व के शुभ अवसर पर छाल क्षेत्र के कुड़ेकेला में निर्मित गौठान का जीर्णोद्धार कर नये सिरे से उसके संचालन की शुरुआत किये जाने के दौरान में गांव के सरपंच संत राम राठिया, उप सरपंच प्रवीण गुप्ता, जनपद सदस्य संजय गुप्ता, के साथ गांव के गड़मान्य पूर्व सरपंचपति रिटायर्ड शिक्षक रामप्रसाद राठिया, महेश राम रघुराम, गणेश गुप्ता, ओमनरायण, कौशलेंद्र, नन्दकुमार, भगलाल, दिलीप दर्शन सिंह सहित दर्जनों लोगों की उपस्थिति रही।