रायगढ़। उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए विद्युत विभाग द्वारा सर्वे का कार्य शुरू किया गया है। इसके लिए तीन माह का टारगेट है, जिससे एक माह में करीब 30 प्रतिशत तक सर्वे हो पाया है।
उल्लेखनीय है कि अब उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए विद्युत विभाग द्वारा सर्वे का कार्य शुरू किया गया है। हालांकि जब तक पुराने बिल पैड नहीं हो जाता तब तक नया मीटर नहीं लग सकेगा, जिसके चलते सर्वे के साथ-साथ बिल वसूली भी चल रहा है, लेकिन कई उपभोक्ताओं के बिल अधिक होने के कारण सर्वे कार्य भी धीमी गति से चल रहा है। ऐसे में अधिकारियों की मानें तो इस सर्व कार्य के लिए तीन माह का समय दिया गया है, जिससे जनवरी माह में अभी 30 फीसदी सर्वे हो चुका है, साथ ही पांच हजार से ऊपर वाले उपभोक्ताओं का लाईन काटने व एफआईआर भी कराया जा रहा है, ताकि जल्दी बिल पैड हो सके। ऐसे में अधिकारियों का मानना है कि पूरी बकाया जैसे ही पैड होगा, उसके बाद स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया जाएगा। ऐसे में जब स्मार्ट मीटर लग जाएगा तो उपभोक्ताओं को खुद से रिचार्ज करना होगा, उसके बाद भी बिजली की सुविधा मिल सकेगी। ऐसे में स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली की खपत भी कम होने की बात कही जा रही है। क्योंकि अभी कई घरों में अनावश्यक बिजली की खपत हो रही है। जिससे उपभोक्ता भी अपने खपत के अनुसार हर माह रिचार्ज कराएगा, तब जाकर उसको सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में अधिकारियों की मानें तो मार्च तक सर्वे का कार्य पूरा होने के बाद स्मार्ट मीटर के लिए टेंडर जारी होगा, जिससे तीन या चार फेज में स्मार्ट मीटर लगाने का काम चलेगा। साथ ही इसके लग जाने के बाद बिजली चोरी की भी संभावना कम होगी। क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों से विद्युत चोरी के मामले ज्याद आते हैं, जिससे इन दिनों लगातार नजर बनाए हुए हैं। साथ ही अगर कोई बिजली चोरी करते पाया जाता है तो जुर्माना भी लगाया जा रहा है।